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मुख्‍यमंत्री स्‍टालिन ने की बड़ी घोषणा, 2.07 करोड़ परिवारों को मिलेगी 4000 रुपये कोरोना राहत राशि


  • चेन्‍नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने शुक्रवार को राज्‍य के मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बड़ी घोषणा करते हुए कोरोना राहत के रूप में राज्‍य के 2.07 करोड़ चावल राशनकार्ड धारक परिवार को 4,000 रुपये प्रदान करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए। आदेश के मुताबिक 2,000 रुपये की पहली किस्त मई महीने में दी जाएगी। इसके अलावा मुख्‍यमंत्री ने दूध के दाम भी घटाने का ऐलान किया है।

विधानसभा चुनाव में द्रमुक को मिली प्रचंड जीत के बाद पार्टी अध्यक्ष मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन ने शुक्रवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने 68 वर्षीय स्टालिन को राजभवन में आयोजित सादे समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। स्टालिन पहली बार मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। स्टालिन के बाद कुल 33 मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई गई जिनमें से 15 पहली बार मंत्री पद संभालेंगे। स्टालिन समेत सभी 34 ने अपनी अंतरात्मा और द्रमुक की दशकों पुरानी परंपरा के अनुरूप तमिल में शपथ ली। शपथग्रहण से पहले, सफेद कमीज और धोती पहने स्टालिन ने पुरोहित को अपने मंत्रिमंडल का परिचय दिया।

द्रमुक के दिग्गज नेता एवं महासचिव दुराईमुरुगन को स्टालिन के बाद शपथ दिलाई गई और उन्हें सिंचाई परियोजनाओं में जल संसाधन मंत्री का प्रभार दिया गया तथा उनके पास खान एवं खनिज विभाग रहेगा। इससे पूर्व 2006-11 में द्रमुक के शासन में उनके पास लोक निर्माण कार्य जैसे विभागों का प्रभार था। गृह एवं अन्य विभागों जैसे लोक निर्माण, सामान्य प्रशासन, अखिल भारतीय सेवा, जिला राजस्व अधिकारी, विशेष कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं दिव्यांग व्यक्ति कल्याण विभागों का प्रभार मुख्यमंत्री स्टालिन का पास होगा। पूर्व निवेश बैंकर, पलानीवेल त्यागराजन, वित्त एवं मानव संसाधन मंत्री होंगे। केकेएसएसआर रामचंद्रन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री होंगे। यहां के प्रख्यात पार्टी नेता और चेन्नई के पूर्व महापौर मा सुब्रमण्यन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री होंगे। के पोनमुदी उच्च शिक्षा मंत्री, थंगम तनारासू उद्योग मंत्री और पी के सेकाराबू हिंदू धर्म एवं धर्मार्थ बंदोबस्त विभाग का मंत्री बनाया गया है। वी सेंथिल बालाजी को बिजली विभाग का प्रभार दिया गया है। वह जे जयललिता की अगुवाई वाली अन्नाद्रमुक सरकार के दौरान 2011 से 2015 के बीच परिवहन मंत्री रहे थे और 2018 में द्रमुक में शामिल हो गए थे।