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मोहन सरकार में पहला फैसला: आज से खुलेंगे पुरी जगन्नाथ मंदिर के चारों कपाट; भाजपा ने ओडिशा से झारखंड पर फेंका पासा


भुवनेश्वर। विश्व प्रसिद्ध पुरी मंदिर के चारों द्वार 13 जून से खोल दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने बुधवार को मीडिया को बताया कि सुबह मंगल आरती के दौरान श्रद्धालुओं के लिए चार द्वार खोले जाएंगे, ताकि वे मंदिर में अनुशासित रूप से दर्शन कर सकें।

अपनी पहली कैबिनेट बैठक के बाद, उन्होंने कहा, “भगवान के चार द्वार पिछले कुछ वर्षों से बंद हैं। आम चुनाव 2024 में भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में मंदिर के चार द्वार खोलने का वादा किया था। 4.5 करोड़ लोगों से किए गए वादे के आधार पर कल (13) मंगल आरती के दौरान राज्य सरकार के मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों की मौजूदगी में चार दरवाजे खोले जाएंगे।

कॉर्पस फंड में 500 करोड़ रुपये रखे जाएंगे

तीन द्वार बंद कर दिए गए, जिससे भक्तों और भगवान के बीच एक अंतराल हो गया। मंदिर के संरक्षण, रखरखाव, विकास, तीर्थयात्रियों की समस्याओं के समाधान के बाद चर्चा की गई। कॉर्पस फंड में 500 करोड़ रुपये रखे जाएंगे।

कैबिनेट में चार प्रस्ताव पारित किए गए

उन्होंने कहा कि आज कैबिनेट में चार प्रस्ताव पारित किए गए हैं। पहले दो प्रस्ताव भगवान जगन्नाथ और मंदिर के लिए हैं। तीसरे प्रस्ताव के आधार पर किसानों की विभिन्न समस्याओं का समाधान किया जाएगा। सरकार ने प्रस्ताव दिया है कि किसानों को सहायता कैसे प्रदान की जाए। सरकार समृद्ध किसान नीति लाने जा रही है। धान 3,100 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा जाएगा। प्रशासन को रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।

सुभद्रा योजना को लेकर कदम उठाए जाएंगे

कैबिनेट की बैठक में महिला एवं बाल विभाग पर भी चर्चा हुई। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कैबिनेट में चर्चा हुई है। अगले 100 दिनों के भीतर सुभद्रा योजना को लागू करने के लिए कदम उठाए जाएंगे। 50,000 रुपये का वाउचर लागू करने का फैसला किया गया है। मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि संबंधित विभाग को लागू करने के लिए नीतिगत निर्णय लिया गया है।

मोहन के मंत्रीमंडल में 12 जिला को प्रतिनिधित्व: पहली बार 8 विधायक बने हैं मंत्री

प्रदेश में आज से भाजपा सरकार का दौर शुरू हो गया है।भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता मोहन चरण माझी ने आज राज्य में भारतीय जनता पार्टी के पहले मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली।

दो उप मुख्यमंत्रियों कनकवर्धन सिंहदेव और प्रभाति परिडा तथा आठ कैबिनेट मंत्रियों और पांच राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) ने शपथ ली।

मंत्रिपरिषद में कुल 12 जिलों का प्रतिनिधित्व किया गया है, जबकि पहली बार चुनाव जीतने वाले सात विधायकों को मंत्री पद मिला है।

मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला उप मुख्यमंत्री परिडा के शामिल होने से पहली बार मंत्री चुने गए विधायकों की संख्या आठ हो गई है।

भाजपा ने ओडिशा से झारखंड पर फेंका पासा

झारखंड पर पासा फेंक दिया है। पार्टी ने ओडिशा में मोहन चरण माझी को मुख्यमंत्री बनाकर झारखंड के संथाल वोट बैंक को हथियाने की कोशिश की है। इससे पहले भाजपा ने मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर बिहार के यादव वोट बैंक पर नजर जमायी थी।

इसी तरह से छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय से आने वाले विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बनाकर आदिवासी बहुल ओडिशा पर निगाहें टिकाई थी। कहा जा रहा है भाजपा का यह गुणा-गणित काफी फायदे वाला साबित हो रहा है।