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यूएन ने जारी विश्व जनसंख्या रिपोर्ट पर दी प्रतिक्रिया, कहा- 2023 में भारत UNSC की स्थायी सदस्यता का होगा मजबूत दावेदार


संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के एक प्रमुख अधिकारी ने कहा है कि चीन को अगले साल तक पछाड़कर विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन जाने पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत का दावा और मजबूत हो जाएगा। द व‌र्ल्ड पापुलेशन प्रास्पेक्टस 2022 की सोमवार को जारी रिपोर्ट में आकलन किया गया है कि 2023 में भारत, चीन को पीछे छोड़ विश्व का सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश बन जाएगा। 2022 में भारत की जनसंख्या 1.41 अरब आंकी गई है जबकि चीन की 1.42 अरब। पापुलेशन डिवीजन आफ द यूएन डिपार्टमेंट आफ इकोनमिक एंड सोशल अफेयर (डीईएसए) के डायरेक्टर जान विल्मोथ ने सोमवार को कहा कि भारत अब तक सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता का दावा करता रहा है, लेकिन विश्व की सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाने पर निश्चित रूप से उसका दावा और मजबूत होगा। विल्मथ ने यह बात प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जनसंख्या रिपोर्ट के असर पर पूछे गए सवाल पर कही। उन्होंने भारत की प्रशंसा करते हुए उसे लंबे समय तक चलने वाली अर्थव्यवस्था बताया। इसके साथ ही कहा कि उसने बेहतर ढंग से जन्मदर में कमी लाई है।

भारत से गेहूं आयात यमन के लिए बना बना प्रमुख आपूर्ति का माध्यम

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत से गेहूं का वाणिज्यिक आयात यमन के लिए एक प्रमुख आपूर्ति का माध्यम साबित हुआ। संयुक्त राष्ट्र में असिस्टेंट सेक्रेटरी जनरल फार ह्यूमनिटेरियन अफेयर एंड डिप्टी इमरजेंसी रिलीफ कोआर्डिनेटर जायस मसूया ने कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सूचित किया कि उसने इस पश्चिमी एशियाई देश को पिछले तीन माह में ढाई लाख टन से अधिक गेहूं निर्यात किया। संयुक्त राष्ट्र यूक्रेन युद्ध के बीच यमन की मदद के लिए भारत की सराहना करता है।

सुरक्षा परिषद के पांच स्‍थायी सदस्य

अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और चीन सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य हैं। सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य देश हैं, जिन्हें स्थायी और अस्थायी सदस्यता प्रदान की जाती है। स्थायी सदस्यों के पास वीटो पावर होता है। स्थायी सदस्य इसका इस्तेमाल कर किसी भी प्रस्ताव को पास होने से रोक सकते हैं। इनके अलावा सुरक्षा परिषद में 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। इन अस्थायी सदस्यों का चयन क्षेत्रीय आधार पर किया जाता है। अफ्रीका और एशियाई देशों से पांच पूर्वी यूरोपीय देशों से एक लेटिन अमेरिकी और कैरिबियाई देशों से दो और पश्चिमी यूरोपीय और अन्य दो देशों का चयन किया जाता है।