लखनऊ। परिषदीय स्कूलों व सरकारी माध्यमिक स्कूलों में तकनीकी का प्रयोग कर विद्यार्थियों को रोचक ढंग से पढ़ाने वाले शिक्षकों को पुरस्कृत किया जाएगा। हर जिले के दो-दो शिक्षकों को इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (आईसीटी) पुरस्कार दिया जाएगा।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से सभी जिलों को यह निर्देश भेज दिए गए हैं। 15 जनवरी 2024 तक सभी जिलों में प्रतियोगिताएं आयोजित कर शिक्षकों का चयन किया जाएगा और 30 जनवरी तक वह एससीईआरटी को नाम भेजेंगे।
सात मिनट में बताना होगा अच्छा काम
जिलों में अच्छा कार्य कर रहे शिक्षक सात मिनट में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताएंगे कि वह किस तरह पढ़ाई में तकनीकी का प्रयोग और नवाचार कर रहे हैं। परिषदीय स्कूलों में स्मार्ट क्लास भी तेजी से तैयार किए जा रहे हैं। यही नहीं ब्लाक संसाधन केंद्रों पर आईसीटी लैब भी तैयार हो रही है।
तमाम शिक्षक ऐसे हैं, जो अपने स्मार्ट मोबाइल फोन या फिर विद्यालय में कंप्यूटर के माध्यम से विद्यार्थियों को रोचक ढंग से पढ़ाई कर रहे हैं। प्रेरणा पोर्टल पर समय-समय पर भेजे जा रहे ई-कंटेंट का वह बेहतर उपयोग कर रहे हैं।
एससीईआरटी की निदेशक ने दिए निर्देश
एससीईआरटी की निदेशक सरिता तिवारी की ओर से सभी डायट प्राचार्यों, जिला विद्यालय निरीक्षकों व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह जिलों में श्रेष्ठ शिक्षकों का आईसीटी पुरस्कार के लिए चयन कर निर्धारित समय सीमा में सूची भेजें। फरवरी में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता होगी।
विशेषज्ञ समिति देखेगी प्रस्तुतिकरण
जिला स्तर पर 50 अंकों की प्रतियोगिता होगी और अच्छा प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए चयनित किया जाएगा। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में तीन सदस्यीय विशेषज्ञ समिति इन शिक्षकों का प्रस्तुतिकरण देखेगी।