पटना

राजगीर से हावड़ा सहित अन्य बड़े शहरों के लिए शीघ्र होगी रेलवे का परिचालन


दानापुर डिवीजन के डीआरएम ने किया राजगीर स्टेशन का निरीक्षण

राजगीर (नालंदा) (आससे)। पर्यटन दृष्टिकोण से राजगीर का बड़ा महत्व है, इसके ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए बड़ी संख्या में पर्यटक व तीर्थयात्री यहाँ पहुंचते हैं। उनके यात्रा को सुगम बनाने हेतु लंबी दूरी की ट्रेनें राजगीर स्टेशन से हावड़ा सहित अन्य स्टेशनों के लिए ट्रेन का परिचालन यहाँ से जल्द ही शुरु की जाएगी। उक्त बातें पूर्व मध्य रेलवे दानापुर डिवीजन के डीआरएम प्रभात कुमार ने राजगीर में स्टेशन निरीक्षण के दौरान कही।

गुरुवार की देर संध्या गरुड़ स्पेशल ट्रेन से अचानक राजगीर पहुँचे डीआरएम ने रेलवे स्टेशन के बिभिन्य विभागों का जायजा लिया। उन्होंने स्टेशन के पैनल रूम, बुकिंग काउंटर, पेयजल व्यवस्था, बोतल डिस्पोजल मशीन, पार्किंग एरिया, शौचालय एरिया, पूछताछ काउंटर, रिटायरिंग रूम, लॉबी सहित स्टेशन परिसर में स्थित जीआरपी थाना, आरपीएफ बैरक का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान रिटायरिंग रूम एवं स्वीट रूम की स्थिति देख वे भड़क गए, और पदाधिकारियों को जमकर क्लास लगा दी।

उन्होंने कहा कि रिटायरिंग रूम एवं स्वीट की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रखना है। उन्होंने स्टेशन परिसर में पेयजल आपूर्ति हेतु उपलब्ध नलों का खोलकर देखा।वहीं शौचालय व अन्य स्थानों पर गंदगी एवं लाइटिंग की कमी को शीघ्र ही दूर कर स्वच्छ करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान जीआरपी थाने का टूट रहे छत को देखा और इसे दुरुस्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने आरपीएफ स्टाफ से जानकारी लेते हुए पूछा कि आप लोगों को कोई परेशानी तो नहीं है इस पर आरपीएफ इंचार्ज के द्वारा आरपीएफ के लिए बैरिक बनवाने की मांग की गई।

डीआरएम प्रभात कुमार ने कहा कि राजगीर एक पर्यटक स्थल है और ऐतिहासिक महत्व है, इसलिये स्टेशन परिसर को ऐतिहासिक लुक देने का प्रयास किया जा रहा है। स्टेशन का बाहरी परिसर का सौंदर्यीकरण करने के साथ ही पोर्टिको के पास अबस्थित गार्डन का सौंदर्यीकरण कर उसमें भगवान वुद्ध का स्टैचू लगाया जाएगा। मौके पर आरपीएफ कमांडेंट संतोष कुमार राठौर, सीनियर डिओएम इम्तियाज आलम, सीनियर डीईई, डीपीओ, सीनियर डीएससी सहित अन्य मौजूद थे।