जयपुर, राजस्थान में कांग्रेस का राजनीतिक संकट फिर बढ़ने लगा है। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट समर्थक विधायक अब ज्यादा इंतजार करने के मूड में नहीं है। पायलट समर्थक विधायक पार्टी आलाकमान तक यह संदेश पहुंचाने में जुटे हैं कि मुख्यमंत्री पद को लेकर शीघ्र कोई निर्णय नहीं हुआ तो वे किसी भी हद तक जा सकते हैं।
पार्टी से तो बगावत नहीं लेकिन गहलोत के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा
सूत्रों के अनुसार पायलट खेमे ने तय किया है कि पार्टी से तो बगावत नहीं करेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोलेंगे। मंत्रियों और सीएम के निकटस्थ नेताओं पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों को सार्वजनिक किया जाएगा। इस बीच गहलोत समर्थक विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी.जोशी को इस्तीफे सौंपे 39 दिन हो गए। लेकिन इन इस्तीफों पर न तो अब जोशी ने कोई निर्णय किया और न ही कांग्रेस आलाकमान फैसला कर रहा है।
राज्य विधानसभा में प्रतिपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौड़ का कहना है कि विधायकों के इस्तीफे देने से गहलोत सरकार अल्पमत में है। विधानसभा अध्यक्ष शीघ्र इस मुददे पर कोई निर्णय नहीं करेंगे तो भाजपा उच्च न्यायालय में इस मामले को लेकर जाएगी। भाजपा इस मुददे पर विधि विशेषज्ञों एवं संसदीय मामलों के जानकारों से राय ले रही है। गहलोत समर्थक विधायकों ने 25 सितंबर को इस्तीफे सौंपे थे।
बैरवा बोले, पायलट सीएम बनने योग्य
पायलट खेमा चाहता है कि अगले महीने प्रदेश में आने वाली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से पहले सीएम सहित विभिन्न विषयों को लेकर आलाकमान निर्णय कर ले। विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा ने कहा कि सीएम के लिए पायलट सबसे योग्य नेता हैं। उनके नाम पर अगले साल कांग्रेस चुनाव जीत सकती है। मौजूदा हालात में कांग्रेस को चुनाव जीतने में मुश्किल होगी।
बैरवा ने कहा कि हम आलाकमान से कह चुके कि पायलट को सीएम बनाया जाए। इस बीच राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ को लेकर गहलोत खेमे के मंत्रियों एवं विधायकों में नाराजगी बढ़ने लगी है। राठौड़ द्वारा मंत्रियों और विधायकों के साथ समय-समय पर किए जाने वाले अभद्र व्यवहार की शिकायत सीएम से लेकर पार्टी के संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल तक पहुंचाई गई है।
आप नेता ने बढ़ाई हलचल
आप आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रभारी अजय मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस का अगला कैप्टन अमरिंदर सिंह राजस्थान से होगा और आम का अगला भगवंत मान भी राजस्थान से ही होगा। राजस्थान में सिर्फ नाम की सरकार है। जनता ठगी जा रही है। हमें राजस्थान की जनता के लिए चिंता और संकेत दोनों है। चिंता इस बात की है कि इनकी आपसी लड़ाई तथा खींचतान में दिन प्रतिदिन बर्बाद होता जा रहा है। संकत गणमान्य जनता के लिए ही है कि अब समय पूर्व बदलाव का है। मिश्रा के इस ट्वीट से कांग्रेस में हलचल बढ़ी है।