नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा में योगी आदित्यनाथ ने बजट पर चर्चा करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने रामचरित विवाद से लेकर माफियाओं तक पर विपक्ष के एक एक आरोप का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा जो वादे किए गए उसे निभाया। 130 संकल्प में से 110 संकल्पों के लिए धनराशि की व्यवस्था की गई। इसके लिए 64 हजार 700 करोड़ राशि प्रस्तावित की है।
बकौल सीएम, पहले कई घोषणाएं होती थी पर पूरी नहीं होती थी। पिछली सरकारों में विकास बाधित होता था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बनेगी 1 ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी है। पढ़ें उनके संबोधन की बड़ी बातें।
- सीएम योगी ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में बजट ₹3.40 लाख करोड़ का था। अब वित्तीय वर्ष 2023-24 में बजट का आकार ₹6.90 लाख करोड़ से अधिक का है।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार…समस्याओं से मुंह मोड़ने वाली नहीं, उसे चुनौती के रूप में स्वीकार करने वाली होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी होनी चाहिए जो जनमानस के प्रति संवेदनशील हो, लेकिन भ्रष्टाचार एवं अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्य कर सके।
- उन्होंने कहा कि हर समस्या के दो समाधान होते हैं…भाग लो या ‘भाग लो’। चुनौती स्वीकार कर कार्ययोजना बनाकर समाधान पहुंचाओ या फिर उससे भाग लो।
- सीएम ने कहा कि आज हर तबके की अपनी जिम्मेदारी है, कोई अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकता है। पूरी प्रतिबद्धता एवं जिम्मेदारी के साथ हर एक तबका अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहा है।
- ODOP (वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट) ने MSME को नया रूप दिया, पिछली सरकार ODOP तो नहीं दे पाई लेकिन वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया ज़रूर दे दिया।