- लखनऊ, राम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन में कथित तौर पर भ्रष्टाचार और घोटाले के आरोप लगे है। जिसके बाद विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं। कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने बुधवार को सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट द्वारा एक जमीन की खरीददारी में हुए घपले पर पोस्ट लिखी है।
प्रियंका गांधी ने लिखा, ‘2 करोड़ की यह जमीन सिर्फ पांच मिनट के बाद प्रधानमंत्री द्वारा बनाए गए श्री राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट की ओर से 18.5 करोड़ रु में खरीद ली गई। यानि जमीन की कीमत 5.5 लाख रु प्रति सेकंड की दर से बढ़ गई। क्या इस पर कोई विश्वास कर सकता है? मत भूलिए, यह सारा पैसा हिंदुस्तान की जनता द्वारा मंदिर निर्माण के दान और चढ़ावे के रूप में दिया गया था।’
जमीन की खरीद-बिक्री से संबंधित बैनामे और रजिस्ट्री में गवाहों के नाम एक समान हैं। एक गवाह मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं (जो RSS के पूर्व प्रांतीय कार्यवाहक रहे हैं) और दूसरे गवाह भाजपा नेता एवं अयोध्या के मेयर हैं। श्री राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि जमीनों के रेट बढ़ गए हैं इसलिए इतना भुगतान हुआ है। सूचना के अनुसार सर्किल रेट पर भी आंकलन करें तो इस क्षेत्र की इतनी जमीन का दाम लगभग 5 करोड़ रु होगा।
प्रियंका गांधी ने आगे लिखा, ‘कल के अखबारों में आई खबरों के अनुसार भी राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत श्री नृत्य गोपाल दास जी की ओर से भी ट्रस्ट के संचालन में मनमानेपन व अपारदर्शिता का आरोप लगाया गया है एवं रामलला के मुख्य पुजारी जी ने भी इस जमीन खरीद की जांच की मांग की है।’ उन्होंने आगे लिखा, देश के करोड़ों लोगों ने आस्था और भक्ति से प्रेरित होकर भगवान राम के मंदिर के लिए चढ़ावा दिया। हमारी कई सारी बहनों ने भगवान राम और माता सीता के प्रति श्रद्धा में अपनी जमापूँजी को उनके चरणों में अर्पित किया। भगवान के चढ़ावे में तो कोई भी हाथ नहीं लगाता। उस चढ़ावे में लोगों की श्रद्धा, भक्ति एवं आस्था गुंथी हुई होती है।’