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अहमदाबाद, । रूस और यूक्रेन युद्ध से प्रभावित भारतीयों के लिए संत मोरारी बापू ने सवा करोड़ रुपये की सहायता राशि भेजी है। दोनों देशों के बीच युद्ध से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मोरारी बापू ने कहा कि मेरी व्यासपीठ वचनात्मक ही नहीं, रचनात्मक भी है। गुजरात के तलगाजरडा में रामकथा के दौरान मोरारी बापू ने कहा कि युद्ध से प्रभावित भारतीयों और अन्य लोगों की सहायता के लिए लंदन स्थित लार्ड डालरभाई पोपट और उनके बेटे पवन पोपट के माध्यम सवा करोड़ रुपये की धनराशि पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया में संचालित 10 विभिन्न संस्थाओं को पहुंचाई गई है। ये संस्थाएं युद्ध पीड़ितों को यूक्रेन से निकालने, उन्हें आश्रय व भोजन उपलब्ध कराने और चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करा रही हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार द्वारा बेहतरीन कार्य किए जाने की मोरारी बापू ने सराहना की है। मोरारी बापू ने इस दुखद स्थिति में अपनी जान गंवाने वालों और युद्ध के शीघ्र समाप्त होने के लिए प्रार्थना भी की है।
गौरतलब है कि यूक्रेन में फंसी एक पाकिस्तानी छात्रा की उम्मीदें जब जवाब दे रही थीं, तब भारतीय अधिकारी किसी देवदूत की तरह उसके पास पहुंच गए और उसे तथा अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। सूत्रों के अनुसार, भारतीय अधिकारियों द्वारा बचाई गई पाकिस्तानी छात्रा आसमा शफीक को सुरक्षित उत्तरी यूक्रेन पहुंचाया गया है, जहां से वह जल्द ही पाकिस्तान के लिए रवाना होगी। भारतीय अधिकारियों द्वारा बचाए जाने के बाद आसमा ने कीव स्थित भारतीय दूतावास व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। आसमा ने कहा, ‘मैं कीव स्थित भारतीय दूतावास का शुक्रिया अदा करना चाहूंगी, जिसने बहुत ही कठिन परिस्थितियों में फंसे हम लोगों को बचाया। मैं मदद के लिए भारतीय प्रधानमंत्री को भी धन्यवाद देना चाहूंगी। भारतीय दूतावास की वजह से ही हम लोग सुरक्षित घर पहुंच पाएंगे।