यूक्रेन के खिलाफ जंग झेड़ने वाले रूस को लेकर ब्रिटेन की सरकार ने गुरुवार को बड़ा कदम उठाया है। ब्रिटेन सरकार ने गुरुवार को कहा कि उसने रूस की 18 बिलियन पाउंड (20.5 बिलियन डॉलर) की संपत्ति को फ्रीज कर दिया है। यह संपत्ति रूस के अमीर लोगों, संस्थाओं और अन्य व्यक्तियों की है। ब्रिटेन की सरकार की ओर से रूस के खिलाफ यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। ब्रिटेन की ओर से अब तक रूस की जितनी भी संपत्तियों को फ्रीज किया गया है उसकी तुलना में यह छह बिलियन पाउंड अधिक है। ब्रिटेन की ट्रेजरी में एक जूनियर सरकार मंत्री एंड्रयू ग्रिफिथ ने कहा, हमने रूस पर अब तक के सबसे गंभीर प्रतिबंध लगाए हैं और यह उनकी युद्ध की मशीन को पंगु बना देगा। हमारा मैसेज साफ है हम इस क्रूर युद्ध में पुतिन को सफल नहीं होने देंगे। रूस और यूक्रेन के बीच आठ महीने से अधिक समय से लड़ाई चल रही है। अब तक की लड़ाई पर नजर डाले तो कई बिंदुओं पर रूस की पकड़ काफी कमजोर हुई है। रूस की सेना ने घोषणा की है कि वह यूक्रेन के दक्षिणी शहर खेरसॉन और उसके आसपास के क्षेत्रों से पीछे हट रही है। पिछले आठ महीने से चल रही इस लड़ाई में यह रूस के लिए एक अन्य अपमानकारी झटका माना जाएगा। वैसे यूक्रेन के अधिकारियों ने इस कदम की तत्काल पुष्टि नहीं की है। हाल के दिनों में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि अपनी चाल में फंसाने के लिए खेरसॉन से हटने का स्वांग रूसी रच रहे हैं। जेलेंस्की ने नागरिकों को रूसी नियंत्रण वाले ‘युद्धक्षेत्र’ में अंदर तक आने के लिए राजी करने की कोशिश को ‘नाटक’ करार दिया। संयुक्त राष्ट्र महासभा यूक्रेन पर हमला कर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करने के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने वाले एक प्रस्ताव पर सोमवार को मतदान करेगी। इस प्रस्ताव में रूस द्वारा क्षतिपूर्ति का भुगतान करने का भी प्रावधान है। प्रस्ताव के मसौदे में यूक्रेन के खिलाफ रूस के ‘गलत कार्यों’ से हुए ‘नुकसान या चोट के लिए क्षतिपूर्ति का एक अंतरराष्ट्रीय तंत्र’ स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।