जम्मू, : जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आतंकी संगठन लश्कर-ए-मुस्तफा ने बिहार से हथियार खरीदे थे। ये हथियार हरियाणा और पंजाब से होते हुए जम्मू-कश्मीर में लाए गए थे। इस बात का खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेंसी के आरोप पत्र में हुआ है। लश्कर-ए-मुस्तफा का मकसद जम्मू-कश्मीर विशेषकर जम्मू संभाग में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना था।
चार आतंकी जिनमें मोहम्मद अरमान अली, मोहम्मद एहसानुल्लाह उर्फ गुड्डू अंसारी, इमरान अहमद हजाम और इरफान अहमद डार शामिल हैं, ने पूरा षड्यंत्र रचा और बिहार से हथियार से खरीदकर जम्मू-कश्मीर तक पहुंचाए। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शनिवार को जम्मू की विशेष कोर्ट में यह आरोप पत्र दायर किया है। ये मामला शुरू में छह फरवरी को गंग्याल पुलिस स्टेशन में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दर्ज किया था। बाद में दो मार्च 2021 को एनआइए ने इस मामले को फिर से दर्ज किया। इन चार आतंकियों में अली और एहसानुल्ला बिहार सारन जिले के रहने वाले हैं जबकि इमरान और इरफान कश्मीर के जिला अनंतनाग के रहने वाले हैं।
एनआइए ने आमर्ड एक्ट 1959 की आरपीसी की धारा 25 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1908 की धारा 3 और 4 तथा गैर कानूनी गतिविधि अधिनियम 1967 की धारा 18 और 23 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपपत्र में कहा गया है कि ये आतंकी भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के खिलाफ साजिश रच रहे थे। जांच में यह भी पाया गया कि चारों आतंकियों ने बिहार से हथियार खरीदे। पिछले साल छह फरवरी को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने छापेमारी के बाद एक हैंड ग्रेनेड, तीन मोबाइल और कुछ आपत्तिजनक सामग्री लश्कर-ए-मुस्तफा के स्वयंभू प्रमुख हिदायतुल्ला मलिक के ठिकाने से बरामद किए थे। प्राथमिक जांच में और मलिक के बताने पर पुलिस ने दो पिस्तौल, तीन मैगजीन और 28 राउंड भी जम्मू के सुंजवां क्षेत्र के एक घर से बरामद किए थे।