- इस्लामाबाद । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विश्व बिरादरी से अपील की है कि वो विदेशों में जब्त की गई अफगानिस्तान की संपत्ति और राशि को रिलीज करे, जिससे उसकी बर्बाद हो चुकी अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाया जा सके। उन्होंने ये भी कहा कि अफगानिस्तान में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए लगातार तालिबान से बातचीत भी जरूरी है। डान अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने ये अपील जापान के राजदूत कुनीनोरी मतसुदा से अपने आधिकारिक निवास पर हुई मुलाकात के दौरान कही हैं। इस मुलाकात के दौरान इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में शांति के साथ-साथ स्थिरता का भी पक्षधर है।
आपको बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा किया था। इसके करीब एक माह के बाद उसने अपनी सरकार का गठन किया। बावजूद इसके अब तक भी किसी देश ने उसकी सरकार को मान्यता नहीं दी है। इतना ही नहीं कतर, जहां पर तालिबान ने अपना पहला राजनीतिक कार्यालय खोला और जो काबुल एयरपोर्ट के संचालन में अहम भूमिका निभा रहा है, उसने भी अब तक तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है। कतर की तरफ से कहा गया है कि वो इसको लेकर किसी भी तरह की जल्दबाजी में नहीं है।
वहीं, पाकिस्तान की बात करें तो उसकी तरफ से कहा गया है कि तालिबान सरकार के साथ बेहतर संबंधों का न होना मुश्किल खड़ी कर सकता है। तालिबान भी लगातार इस कोशिश में है कि विभिन्न देशों के दूतावास काबुल में फिर से शुरू हो सकें। इसमें उसका सबसे बड़ा फायदा यही है कि ऐसा करने से उसकी सरकार को मान्यता भी मिल जाएगी। आपको यहां पर ये भी बता दें कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसी द्वारा 27 सितंबर से 3 अक्टूबर के बीच मानवीय आधार पर अफगानिस्तान को मदद भेजी गई हैं। संयुक्त राष्ट्र की सबसे बड़ी चिंता वहां पर गहराता मानवीय संकट है।