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विपक्ष को एकजुट करने में जुटे CM केसीआर,


नई दिल्ली, 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में अभी काफी समय है, लेकिन 2024 चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अभी से ही कमर कस ली है। भाजपा के खिलाफ विपक्षी दल एक बार फिर तीसरे मोर्चे की संभावना को तलाश रहे हैं। इसकी एक तस्वीर उस वक्त देखने को मिली। जब भारत राष्ट्र समिति के केंद्रीय कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर अखिलेश यादव व कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी समेत कई नेता मौजूद रहे।

अखिलेश यादव और एचडी कुमारस्वामी रहे मौजूद

दरअसल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने हाल ही में अपनी पार्टी का नाम तेलंगाना राष्ट्र समिति से बदल कर भारत राष्ट्र समिति कर दिया था। चुनाव आयोग से भी इस नाम को मंजूरी मिल गई। जिसके बाद आज तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव व पार्टी के संस्थापक ने दिल्ली में भारत राष्ट्र समिति के कार्यालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी भी मौजूद रहे। इसके अलावा विदुथलाई चिरुथिगाल काची (VCK) के अध्यक्ष और सांसद थिरुमावलन व किसान नेता गुरनाम सिंह और अन्य भी शामिल हुए।

तेजस्वी यादव को भेजा था निमंत्रण

सूत्रों ने कहा कि बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव को भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन वह अपने पिता लालू प्रसाद यादव की अस्वस्थता के कारण शामिल नहीं हो सके। हालांकि, बीआरएस के केंद्रीय कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर केसीआर की पत्नी शोभा, बेटी के. कविता और परिवार के अन्य सदस्य भी इस दौरान उपस्थित थे। हालांकि, केसीआर के बेटे और राज्य के मंत्री के.टी. रामा राव हैदराबाद में पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण कार्यक्रम में नहीं आ सके।

2024 से पहले साथ आएंगे विपक्षी दल- अखिलेश यादव

इससे पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के एक साथ आने के संकेत दिए थे। उन्होंने संसद भवन के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा था कि विपक्षी दल 2024 के चुनाव से पहले एक साथ आएंगे, इसके लिए ममता-नीतीश व केसीआर पहल कर रहे हैं।

साल 2000 में बनाई थी तेलंगाना राष्ट्र समिति

इससे पहले अक्टूबर में तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नाम का एलान किया था। चंद्रशेखर राव ने 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा का मुकाबला करने के लिए अपनी पार्टी के नाम बदलने को लेकर ये कदम उठाया था। उन्होंने अप्रैल 2000 में टीआरएस पार्टी बनाई थी। इससे पहले इस साल मई में, तेलंगाना के सीएम राव ने 2024 के लोकसभा चुनावों में केंद्र में भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्ष को एकजुट करने की अपनी कोशिश में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के साथ बैठक की थी।