- वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की ओर से टीके की कीमत तय करने पर घमासान मचा हुआ है. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखे हमले करते हुए कहा कि यह घटिया कदम है, पूरे देश में टीके की एक ही कीमत तय हो. इससे पहले ममता बनर्जी और भूपेश बघेल भी एक ही रेट तय करने की मांग कर चुके हैं.
‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ ने दो दिन पहले बुधवार को कहा था कि कोरोना वैक्सीन की कीमत राज्य सरकारों के लिए 400 रुपये होंगी वहीं निजी अस्पतालों के लिए 600 प्रति खुराक होंगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट कर सरकार पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा वैक्सीन के लिए कई कीमत तय करना भेदभावपूर्ण है, राज्य सरकारों को मिलकर इस फैसले का विरोध करना चाहिए. इसके लिए राज्य सरकारें संयुक्त रूप से एक कमेटी का गठन करें और सर्वसम्मति से वैक्सीन निर्माताओं के लिए एक कीमत तय करने का फैसला करें. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों के मिलकर निर्णय करने से वैक्सीन निर्माता एक समान मूल्य रखने पर बाध्य हो जाएंगे.
पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा कि केंद्र सरकार ने गैर जिम्मेदाराना रवैया दिखाते हुए कॉरपोरेट मुनाफाखोरी के सामने घुटने टेक दिए हैं. चिदंबरम ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने मान लिया है कि देश में टीके की कमी है और मौजूदा नीति में कई खामियां हैं. राज्य सरकारों को तय कीमत पर वैक्सीन नहीं मिल रही है. केंद्र सरकार इस तरह मुनाफाखोरी बढ़ाने का काम कर रही है. राज्यों को पहले से ही जीएसटी कलेक्शन नहीं मिल रहा है. केंद्र सरकार के इस कदम से सीमित संसाधन वाले राज्यों को और भी नुकसान होगा.
उन्होंने पीएम केयर्स फंड पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आज कोई नहीं जानता कि इस फंड में जमा किए गए करोड़ों रुपये कहां गए.