Latest News TOP STORIES नयी दिल्ली राष्ट्रीय

वैश्विक व्यवधानोंके बावजूद, भारत की उल्लेखनीय वृद्धि-प्रधानमंत्री


यूपीमें असाधारण निवेशकी संभावना, भारतको बनना होगा आत्मनिर्भर
नयी दिल्ली (आससे.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत ने सभी के लिए अवसर प्रदान करने वाले खुले मंच उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने कहा है कि वैश्विक व्यवधानों और अनिश्चितता के बावजूद, भारत की वृद्धि उल्लेखनीय बनी हुई है। साथ ही प्रधानमंत्री ने एक बार फिर दोहराया है कि भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा और भारत में निर्मित किए जा सकने वाले प्रत्येक उत्पाद को देश में ही बनाया जाना चाहिए। आज राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र ग्रेटर नोएडा में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार शो 2025 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के फिनटेक क्षेत्र की वैश्विक मान्यता मिल रही है और यह क्षेत्र समावेशी विकास में योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने सभी को साथ लेकर चलने वाले यूपीआई, आधार, डिजिलॉकर और ओएनडीसी जैसे खुले मंच तैयार किए हैं और यह सभी को समान अवसर प्रदान करते हैं।प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने अब तक जेम के माध्यम से 15 लाख करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं और सेवाओं की खरीद की है। इसमें से लगभग 7 लाख करोड़ रुपये की खरीदारी सूक्ष्म, लघु
और मध्यम उद्यम तथा छोटे उद्योगों से की गई है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में ऐसा परिदृश्य अकल्पनीय था। अब, देश के सुदूर कोने में एक छोटा दुकानदार भी जेम पोर्टल पर उत्पाद बेच रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यही अंत्योदय का सार और भारत के विकास मॉडल की आधार है। मोदी ने कहा कि वैश्विक व्यवधानों और अनिश्चितताओं के बावजूद, भारत की वृद्धि शानदान बनी हुई है। उन्होंने कहा कि व्यवधान भारत को भटकाते नहीं हैं, वे नई दिशाएं प्रदान करते हैं। इन चुनौतियों के बीच, भारत आने वाले दशकों के लिए एक मज़बूत आधारशिला रख रहा है। मोदी ने दोहराया कि देश का संकल्प और मार्गदर्शक मंत्र आत्मनिर्भर भारत है। उन्होंने कहा कि दूसरों पर निर्भरता से बड़ी कोई लाचारी नहीं है। बदलती दुनिया में कोई देश जितना अधिक दूसरों पर निर्भर होता है,उसकी वृद्धि उतनी ही प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा। भारत में निर्मित किए जा सकने वाले हर उत्पाद का निर्माण भारत में ही होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने उद्यमियों से आग्रह किया कि सभी निर्मित उत्पाद उच्चतम गुणवत्ता के होने चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक स्वदेशी उत्पादों की गुणवत्ता में निरंतर सुधार की अपेक्षा कर रहे हैं, इसलिए गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब हर भारतीय स्वदेशी से जुड़ रहा है और स्थानीय उत्पाद खरीदना चाहता है। पूरे देश में गर्व से यह स्वदेशी है कहने की भावना महसूस की जा रही है। उन्होंने व्यापारियों से इस मंत्र को अपनाने और भारत में बने उत्पादों को प्राथमिकता देने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुसंधान के क्षेत्र में निवेश कई गुना बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस विस्तार को बढ़ावा देने के लिए पहले ही ज़रूरी कदम उठा चुकी है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान में निजी निवेश अब ज़रूरी है और इसे सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने इसे समय की मांग बताया और स्वदेशी अनुसंधान, डिज़ाइन और विकास के लिए एक व्यापक इकोसिस्?टम बनाने का आह्वान किया।उत्तर प्रदेश में असाधारण निवेश संभावनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल के वर्षों में संपर्क क्रांति ने रसद लागत को काफी कम कर दिया है। उत्तर प्रदेश में अब देश में सबसे ज़्यादा एक्सप्रेसवे हैं और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की संख्या के मामले में भी यह अग्रणी है। एक ज़िला एक उत्पाद योजना ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न ज़िलों के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों तक पहुंचाने में सक्षम बनाया है। उत्पादक बन गया है, जिसमें उत्तर प्रदेश की प्रमुख भूमिका है। देश में निर्मित सभी मोबाइल फ़ोनों का लगभग 55 प्रतिशत उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है।
————-