गोपालगंज। बिहार में कुछ न कुछ गजब ही होता है। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को गोपालगंज में सामने आया है।
यहां बिहार पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम एक-दूसरे को शराब तस्कर समझ बैठीं और एक दूसरे का पीछा करती रहीं।
दरअसल, शुक्रवार की सुबह जादोपुर थाना क्षेत्र के दियारा इलाके में शराब लदी नाव के आने की सूचना मिलने के बाद पुलिस व उत्पाद विभाग ने गंडक नदी में नाव के सहारे छापेमारी शुरू कर दी।
इस दौरान सादे लिबास में छापेमारी करने पहुंची पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम ने एक दूसरे को शराब तस्कर समझ लिया।
इस दौरान गंडक नदी में ही नाव से दोनों टीम एक-दूसरे का पीछा करने लगीं। करीब एक घंटे तक एक-दूसरे का पीछा करने के बाद जादोपुर थाने की पुलिस ने उत्पाद विभाग की नाव को जब्त कर लिया।
साथ ही नाव पर सवार उत्पाद विभाग की टीम में शामिल चार लोगों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, बाद में उत्पाद विभाग की टीम होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने नाव और लोगों को छोड़ दिया।
यूपी से शराब लाए जाने की थी सूचना
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अहिरौली दान से नदी के रास्ते शराब लाए जाने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने के बाद जादोपुर थाने की पुलिस सादे लिबास में नाव पर सवार होकर दियारा इलाका में गंडक नदी में नाव से गश्ती शुरू कर दी।
इस दौरान उत्पाद विभाग को भी नाव से शराब लाए जाने की सूचना मिली। इसके साथ ही उत्पाद विभाग की टीम भी शराब की तलाश में सादे लिबास में छापेमारी करने दियारा इलाके में पहुंच गई।
इस दौरान नदी में नाव पर एक-दूसरे को देखकर पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम कन्फयूज हो गई। दोनों एक-दूसरे को शराब तस्कर समझ पीछा करने लगे।
करीब एक घंटे के बाद पुलिस की टीम ने उत्पाद विभाग की नाव को जब्त कर लिया। साथ ही नाव पर सवार चार लोगों को हिरासत में ले लिया।
मामला प्रकाश में आने और उत्पाद विभाग के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने नाव के साथ हिरासत में लिए गए चारों लोगों को छोड़ दिया। इस मामले में उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
यूपी से नाव से आ रही 1260 बोतल शराब जब्त
जादोपुर थाना क्षेत्र के राजवाही गांव के समीप उत्पाद विभाग की टीम ने एक शराब लदी नाव को शुक्रवार को जब्त किया। इस दौरान नाव पर रखी गई 1260 बोतल देसी शराब बरामद की गई, जबकि शराब तस्कर फरार हो गए।
बता दें कि पुलिस की टीम भी इसी शराब की खेप को पकड़ने की फिराक में गंडक नदी में छापेमारी करने के लिए पहुंची थी।
क्या कहते हैं एसपी
छापेमारी करने गई पुलिस टीम व उत्पाद विभाग की टीम के पदाधिकारी व जवान सादे लिबास में थे। थोड़ी परेशानी हुई थी। पुलिस ने नाव को रोक ली थी। हालांकि, सबकुछ साफ होने के बाद नाव व उस पर सवार उत्पाद विभाग के कर्मियों को छोड़ दिया गया। – स्वर्ण प्रभात, एसपी, गोपालगंज