काशी में सदियों से गंगा घाटों पर अपने पूर्वजों की स्मृति में उनके स्वर्गलोक के यात्रा मार्ग को आलोकित करने के लिए आकाश-दीप जलाने की परंपरा रही है। उसमें आस्था रखते हुए कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा, बुधवार को दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की ओर से आकाशदीप प्रज्ज्वलित किए गए। कार्यक्रम का प्रारंभ गणपति वंदना एवं देश भक्ति गीत से हुआ। गंगा सेवा निधि के संस्थापक स्मृति शेष पंडित सत्येंद्र मिश्र को श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। इस अवसर पर गंगा सेवा निधि के सुशांत मिश्र, अध्यक्ष, सुरजीत सिंह, सचिव, आशीष तिवारी, कोशाध्यक्ष एवं पंडित इन्दूशेखर शर्मा, सदस्य ने अमर वीरों को नमन करे हुए एवं अतिथि वृंद का स्वागत किया। इस वर्ष जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा मारे गए निर्दोष नागरिकों और अहमदाबाद विमान हादसे मे मारे गये नागरिकों के लिये भी आकाश दीप प्रज्वलित की गई व संस्था के संस्थापक स्मृतिषेश पंडित सत्येन्द्र मिश्र के लिए भी आकाशदीप प्रज्ज्वलित किये गये। कार्यक्रम का समापन कार्तिक पूर्णिमा, 5 नवंबर को देव-दीपावली महोत्सव के साथ होगा। संस्था द्वारा आयोजित आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को समर्पित भव्य देव-दीपावली महोत्सव में भगीरथ शौर्य सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। साथ ही शहीद परिवारजनों को सहायतार्थ राशि भी निधि परिवार की ओर से दिया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र ”दयालुÓÓ, महंत शंकर पुरी, मेयर अशोक तिवारी, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, 95 बटालियन, सीआरपीएफ कमाण्डेन्ट राजेश्वर बालापुरकर, 4 वायु सेना प्रवरण बोर्ड से ग्रुप कैप्टन सचिन सूद, 39 जीटीसी मेजर आशीष, प्रवीण नेगी, उदयराज सिंह मौजूद रहे। सांसकृतिक कार्यक्रम में प्रोफेसर रेवती साकलकर एवं तबला संगति प्रीतम मिश्र, हारमोनियम संगति पंकज मिश्र ने प्रस्तुति देकर शहीदों को नमन किया।
इनकी स्मृति में जले आकाशदीप
असम में शहीद 186 बीएन सीआरपीएफ के सुनिल कुमार पाण्डेय, उधमपुर में शहीद 187 बीएन सीआरपीएफ के अरविन्द कुमार यादव, एनडीआरएफ से शहीद रीतेश कुमार सिंह, शहीद इन्द्रभुशण सिंह, रेलवे सुरक्षा बल से शहीद राम बहादुर सिंह आदि की याद में आकाशदीप जले।
