मुंबई, । कमजोर वैश्विक संकेतों के बावजूद मंगलवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी आई, लेकिन बाजार इसे बहुत देर तक बरकरार नहीं रख सका। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बीच 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स खबर लिखे जाते समय 128.40 अंक नीचे आकर 58,109.45 पर था। निफ्टी 57 अंक गिरकर 17097 पर था।
बाजार खुलने पर सेंसेक्स 205.55 अंक या 0.35 प्रतिशत बढ़कर 58,443.40 अंक पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 44 अंक या 0.26 प्रतिशत बढ़कर 17,198.30 अंक पर पहुंच गया था।
टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स पैक में 20 शेयर हरे रंग में कारोबार कर रहे थे, जबकि 10 गिरावट पर थे। टाइटन, भारती एयरटेल और एलएंडटी लाभ में रहे। अधिकांश एशियाई बाजार मंगलवार को नीचे कारोबार कर रहे हैं, क्योंकि निवेशक अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने के नतीजों से जूझ रहे हैं।
आपको बता दें कि अमेरिका में सिलिकॉन वैली और सिग्नेचर बैंक धराशायी हो गए हैं। केंद्रीय बैंकों द्वारा महंगाई पर काबू पाने के लिए दरों में बढ़ोतरी के बीच वित्तीय संकट की चिंता बढ़ गई है।
दुनिया के बाजारों का हाल
सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार तीन सत्रों में गिरावट आई है। सोमवार को सेंसेक्स 897.28 अंक या 1.52 प्रतिशत गिरकर 58,237.85 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 258.60 अंक या 1.49 प्रतिशत गिरकर 17,154.30 अंक पर बंद हुआ।
कल दोनों सूचकांक पांच महीने के निचले स्तर पर बंद हुए। सोमवार को यूरोपीय और अमेरिकी शेयर लाल निशान में बंद हुए। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) सोमवार को 1,546.86 करोड़ रुपये की घरेलू इक्विटी के विक्रेता रहे।
डॉलर के मुकाबले रुपये का हाल
डॉलर के मजबूत होने और घरेलू इक्विटी बाजार से विदेशी कोषों की निकासी के बीच मंगलवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे गिरकर 82.35 रुपये प्रति डॉलर पर मजबूत हुई। सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 82.23 पर बंद हुआ था।
डॉलर सूचकांक, जो छह मुद्राओं के खिलाफ ग्रीनबैक की ताकत का अनुमान लगाता है, 0.26 प्रतिशत बढ़कर 103.86 हो गया। ग्लोबल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स 1.08 फीसदी गिरकर 79.90 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।