नई दिल्ली । रक्षा मंत्री गुरुवार को संसद में कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलीकाप्टर हादसे की जानकारी दे रहे हैं। इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कुल 13 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में सीडीएस की पत्नी भी शामिल हैं। इस हादसे में केवल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही बच सके हैं, उनका भी इलाज चल रहा है। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
संसद को इस हादसे की जानकारी देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीडीसी जनरल बिपिन रावत बुधवार को कुन्नूर के आर्मी सर्विस कालेज में संबोधन के लिए जा रहे थे। 11:48 पर इस हेलीकाप्टर ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी। 12:15 बजे इस हेलीकाप्टर को लैंड करना था। उड़ान के कुछ देर बाद करीब दोपहर 12:08 बजे ही उनके हेलीकाप्टर का संपर्क एटीसी से टूट गया। बाद में स्थानीय लोगों ने जंगल में आग लगी थी। वहां पर पहुंचने पर उन्हें हेलीकाप्टर का पता ला। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने वहां पर राहत कार्य चलाया गया। वहां पर रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया।
राजनाथ ने बताया कि हादसे में मारे गए सभी लोगों का पार्थिव शरीर आज विशेष विमान से दिल्ली लाया जाएगा और कल सभी का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। ये बयान देते समय रक्षा मंत्री का गला भर आया था। इस बयान के बाद लोकसभा में दो मिनट का मौन भी रखा गया।
बता दें कि कल इस खबर को सुनकर पूरा देश स्तब्ध रह गया था। देश और विदेश से भी सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन पर शोक व्यक्त किया गया है। शोक व्यक्त करने वालों में पाकिस्तान आर्मी के जनरल कमर बाजवा भी शामिल हैं।
बता दें कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कुल 13 लोगों का निधन बुधवार को कुन्नूर में हेलीकाप्टर क्रैश में हो गया था। उनके साथ उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की भी मौत इस हादसे में हो गई है। करीब 12:20 बजे जब ये हादसा हुआ, उसके बाद से ही हर कोई जानना चाह रहा था कि सीडीएस बिपिन रावत कैसे हैं। लोग अपने टीवी सेट पर लगातार इसकी जानकारी ले रहे थे।