पीएम बोले- सांसदों का तीर्थस्थल है सदन, सभी गरिमा बनाए रखें….
- पीएम ने कहा कि सांसदों को कोई भी चर्चा शांति से करनी चाहिए तभी किसी मुदे का हल निकल सकता है।
- पीएम ने कहा कि यह सत्र मानसून से जुड़ा है, लेकिन जैसे बाहर गर्मी कम नहीं हो रही पता नहीं अंदर क्या होगा।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि सदन सांसदों का तीर्थस्थल है और इसके चलते सभी को गरिमा बनाई रखनी चाहिए।
- उन्होंने कहा कि हमें सदन को उपयोगी बनाने की जरूरत है, जिसके लिए सबका सहयोग जरूरी है।
- पीएम ने कहा कि यह सत्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अभी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पद के लिए चुनाव हो रहे हैं। आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि इसी दौरान नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति देश का मार्गदर्शन करेंगे।
आजादी के अमृत महोत्सव में नई ऊंचाई को छूना लक्ष्य
प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों से अपील करते हुए कहा कि यह अवधि बहुत महत्वपूर्ण है। यह आजादी का अमृत महोत्सव का दौर है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त और आने वाले 25 वर्षों का एक विशेष महत्व है। जब राष्ट्र स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाएगा, यह हमारी यात्रा तय करने का संकल्प करने का समय होगा और हमें नई ऊंचाई छूने का लक्ष्य रखना है।
सत्र में 24 विधेयकों की घोषणा की संभावना
बता दें में इस मानसून सत्र के दौरान केंद्र द्वारा प्रेस पंजीकरण आवधिक विधेयक 2022 सहित 24 विधेयकों की घोषणा होने की संभावना है। विपक्ष ने भी 16 मुद्दों को सूचीबद्ध किया है जिनमें तनाव में आ रहा संघवाद, अग्निपथ योजना, बढ़ती कीमतों और अनियंत्रित मुद्रास्फीति, श्रम बल भागीदारी दर में गिरावट, ईपीएफओ ब्याज दरें, चुनाव आयोग- सीबीआई और सीवीसी जैसे संगठनों की घटती विश्वसनीयता, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बाहरी खतरे, नफरत भरे भाषण, विपक्षी नेताओं के खिलाफ अलोकतांत्रिक कार्रवाई, जम्मू और कश्मीर में बढ़ते अपराध और कश्मीरी पंडितों पर हमले और पदोन्नति और निजी क्षेत्र आदि में आरक्षण शामिल है।