- नई दिल्ली। पश्चिमी तट पर चक्रवात तौकते के बाद अब चक्रवात यास के मद्देनजर तटवर्ती राज्य तैयारी में जुट गये है। चक्रवाती तूफान को देखते हुए, दक्षिण रेलवे ने लगभग 22 ट्रेनों को रद्द किया है। वहीं ओडिशा सरकार ने राज्य के सभी तटीय और आसपास के जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। इसे लेकर ओडिशा के मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद कहा कि राज्य पर अगर तूफान ‘यास’ का कोई प्रभाव पड़ता है तो प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
उड़ीसा सरकार की तैयारियां
राज्य में सभी लाइन विभागों, एनडीआरएफ, तटरक्षक बल, आईएनएस चिल्का, डीजी पुलिस और डीजी फायर सर्विस के साथ बैठक की गई है। मोहपात्रा ने कहा कि सभी संबंधित विभाग जैसे बिजली कंपनियां, स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण और शहरी जल आपूर्ति विभाग, ओडिशा डिजास्टर रिपॉन्स फोर्स और एनडीआरएफ टीमों को मैनपावर और जरूरी सामग्री के साथ तैयार रहने के लिए अलर्ट पर रहने के लिए निर्देश जारी किया गया है।मोेहापात्र ने कहा अगले दो-तीन दिनों में चक्रवात के रास्ते के बारे में चीजें और स्पष्ट हो जाएंगी।
मछुआरों और नाविकों को चेतावनी
बता दें कि पश्चिमी तट पर चक्रवात तौकते के बाद अब एक अन्य चक्रवात यास के आने की संभावना है। चक्रवात यास के 26-27 मई को पूर्वी तट पर पहुंचने का अनुमान है। इसे लेकर भारतीय तटरक्षक बल ने मछुआरों और नाविकों के चेतावनी जारी की है। ताउते तूफान द्वारा व्यापक तबाही मचाने के बाद यास तो लेकर खासी सतर्कता बरती जा रही है। भारतीय तटरक्षक बल के पोत, विमान और दूरस्थ अड्डों ने बंगाल की खाड़ी में गए मछुआरों और नाविकों को तट पर लौटने और सुरक्षा आश्रय लेने संबंधी चेतावनी प्रसारित करनी शुरू कर दी है।
आधिकारिक बयान के मुताबिक यास तूफान के अगले 72 घंटे में तूफान के और मजबूत होने की संभावना है। भारतीय तटरक्षक बल ने बताय है कि कि भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान से पत चलता है कि 22 मई के करीब उत्तरी अंडमान सागर और निकटवर्ती पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।