माेहनियां (कैमूर),बिहार के सारण में जहरीली शराब पीने से लोगों के मरने का सिलसिला अभी थमा भी नहीं है और अन्य जिलों में इसकी धड़ल्ले से तस्करी जारी है। शराब पीने वाले भी लापरवाही की हदें पार कर रहे हैं। उन्हें शराब की गुणवत्ता से कोई लेना-देना नहीं है। बस शराब मिलनी चाहिए। फिर चाहे शराब की बोतल में जहर ही क्यों न हो। ये बातें हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि गुरुवार को एक बार फिर से शराब के प्रति लोगों की लापरवाही सामने आ गई। लोगों को शराब से भरी एक गाड़ी मिली, तो लोगों ने आव देखा न ताव। बस ज्यादा से ज्यादा बोतलें लूटने की होड़ में शामिल हो गए।
दरअसल, जिले के अनुमंडल क्षेत्र से होकर गुजरी एनएच-30 पर गुरुवार की सुबह यूपी से आ रही शराब लदी एक कार करमहरी गांव के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। कार पलटने के बाद उसके चालक व सवार गाड़ी छोड़कर फरार हो गए। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों जब कार के अंदर शराब की पेटियां देखी, तो वे खुद पर काबू न कर सके। देखते ही देखते शराब लूटने की होड़ मच गई।
शराब की अधिकतर पेटियां लगभग खाली हो ही चुकी थी, तब जाकर पुलिस मौके पर पहुंची। बताया जाता है कि पुलिस को सिर्फ कुछ ही शराब की कुछ पेटियों से ही संतोष करना पड़ा। पुलिस ने शराब के साथ-साथ कार को भी जब्त कर लिया है। कार के आगे आर्मी लिखा था। मोहनियां थाना की पुलिस ने बताया कि कार में धंधेबाज शराब लेकर कैमूर में कैसे प्रवेश किए और किसकी कार है, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है। फिलहाल शराब को जब्त कर उसकी जांच की जा रही है।
बता दें कि कैमूर जिले में धंधेबाज शराब लेकर कैमूर में लिंक मार्गों का सहारा ले रहे हैं। प्रतिदिन जिले में भारी मात्रा में शराब बरामद की गई थी। अभी कुछ दिन पूर्व मोहनियां में ही ट्रक से शराब बरामद हुई थी। जिसके चालक व खलासी को गिरफ्तार किया गया था। बीते दिनों दुर्गावती में कार से नौ सौ बोतल शराब बरामद हुई। लेकिन कोई धंधेबाज नहीं पकड़ा गया। जबकि पुलिस व उत्पाद विभाग की टीम प्रतिदिन जिले के विभिन्न जगहों पर जांच कर रही है। शराब तस्करी रोकने के लिए चेक पोस्ट बनाया गया है। इसके बावजूद जिले में शराब की तस्करी रूक नहीं रही।