- नई दिल्ली,: कोरोना वायरस की एक और वैक्सीन ‘कॉर्बेवैक्स’ सितंबर महीने के आखिर तक भारत में मिलना शुरू हो सकती है। सोमवार को सोर्स के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, हैदराबाद स्थित फार्मा कंपनी बायोलॉजिकल ई के सितंबर के अंत तक अपनी कोरोना वैक्सीन ‘कॉर्बेवैक्स’ को भारत में लॉन्च कर देगी और ये इस्तेमाल के लिए उपलब्ध हो जाएगी।
दुनिया की सबसे सस्ती कोविड-19 वैक्सीन बताई जा रही ‘कॉर्बेवैक्स’ को अमेरिका में तैयार किया गया है। भारत में इस टीके का निर्माण बायोलॉजिकल ई कर रही है। बायोलॉजिकल ई इस कोरोना वायरस वैक्सीन के आखिरी दौर के ट्रायल कर रही है। केंद्र सरकार 50 रुपए प्रति डोज के हिसाब से इसकी 30 करोड़ डोज का ऑर्डर दे चुकी है। लॉन्च होने के बाद बाजारों में इसकी दो खुराक की कीमत 400 रुपए से कम रहने की उम्मीद है। ऐसा हुआ तो यह पूरी दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन होगी। साथ ही कंपनी ने अगस्त के बाद हर महीने 8 करोड़ खुराकें हर महीने तैयार करने की बात कही है। ऐसे में वैक्सीन की कमी के संकट से भी काफी हद तक राहत मिल सकती है।
देश में इस समय मुख्य तौर पर दो कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेना की कोरोना वैक्सीन, जिसे सीरम इंस्टीट्यूट में कोविशील्ड नाम से बनाया जा रहा है, सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जा रही है। इसके बाद भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है। रूस की स्पुतनिक-वी को भी मंजूरी मिल गई है। हालांक अभी कोविशील्ड और कोवैक्सीन का इस्तेमाल ही मुख्यतौर पर हो रहा है।