पटना

सीतामढ़ी में फिर अपराधियों का तांडव, दो को गोलियों से भूना, 2 घायल


सीतामढ़ी/परिहार/बेलसंड (आससे)। जिले में लगातार अपराधियों के तांडव से लोग दहशत में है। लोग शाम होते ही अपने घरों में आ जा रहे है। एक सप्ताह के अंदर सीतामढ़ी जिले में अपराधियों की गोली से सात लोगों की मौत हो चुकी है। मेजरगंज प्रखंड क्षेत्र के कुआरी गांव में घटी घटना के 24 घंटे भी नहीं हुए कि गुरुवार को सीतामढ़ी में अपराधियों की फायरिंग से जहां 2 लोगों की मौत घटनास्थल पर हो गई वही दो लोग गंभीर रुप से जख्मी हो गए।

गुरुवार का दिन सीतामढ़ी के लोगों के लिए काला दिन साबित हुआ। घटनाएं अलग-अलग थाना क्षेत्रों में घटी है। गुरुवार को नगर थाना क्षेत्र के मोहनपुर स्थित मां भवानी ट्रेडर्स के संचालक गोविंद मल के 45 वर्षीय पुत्र गुड्डू कुमार को रंगदारी को लेकर अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। व्यवसाई गुड्डू कुमार अन्य दिनों की तरह अपने बालू सीमेंट की दुकान पर बैठा था। दिन के 2.40 बजे उजले कलर अपाचे गाड़ी से दो अज्ञात अपराधी आए और उन्हें दो गोली सीने में मारते हुए सुरसंड रोड की तरफ भाग खड़े हुए।

बताया जाता है कि 3 साल पूर्व भी अज्ञात अपराधियों द्वारा व्यवसाई से रंगदारी की मांग की थी। घटना की सूचना पाते ही स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। गोली लगते ही स्थानीय लोगों ने घायल को इलाज के लिए निजी नर्सिंग होम भेजा लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना पाते ही पूर्व विधायक सुनील कुमार कुशवाहा घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। उन्होंने बताया कि बिहार में सुशासन की सरकार में दिन-प्रतिदिन हत्या,  लूट,  अपहरण जैसी कई वारदात हो रही है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अगर राज्य नहीं संभल रहा हो तो उन्हें तुरंत त्यागपत्र दे देना चाहिए।

परिहार थाना क्षेत्र के परवाहा गोट गांव में गुरुवार की सुबह जमीन संबंधी विवाद में एक सेवानिवृत्त फौजी ने लाइसेंसी पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में सेवानिवृत्त फौजी सत्येंद्र मिश्र के भाई सुचिंद्र मिश्र एवं पड़ोसी मुकेश मिश्र को गोली लगी। दोनों का इलाज सीतामढ़ी स्थित एक निजी क्लीनिक में चल रहा है। सुचिंद्र के पेट में तथा मुकेश के हाथ में गोली लगी है। गोलीबारी की घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई।

घटना सुबह 7:00 बजे की बताया जा रहा है। घटना को अंजाम देने के बाद रिटायर्ड फौजी सत्येंद्र मिश्र फरार हो गया। घटना की खबर मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। वही मामले की जांच में जुट गई। घटनास्थल से पुलिस को दो खोखा तथा दो जिंदा कारतूस मिला है। थानाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने पीछा करते हुए हमलावर सेवानिवृत्त फौजी सत्येंद्र मिश्र को रुनीसैदपुर बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पुलिस ने हमला में प्रयोग किया गया पिस्टल एवं चार जिंदा कारतूस भी बरामद किया है। थानाध्यक्ष ने इसकी पुष्टि की है।

जानकारी के मुताबिक आरोपित सत्येंद्र मिश्र की अपने भाई सुचिंद्र एवं पड़ोसी मुकेश के साथ पुराना जमीनी विवाद है। पूर्व में ही जमीन का सीमांकन किया जा चुका है। गुरुवार की सुबह रिटायर्ड फौजी सत्येंद्र मिश्र उक्त बंटवारे को नहीं मानते हुए सीमांकन के लिए गाड़े गए लकड़ी के खूंटे को उखाडऩे लगा। जिसका उसके भाई सुचिंद्र मिश्र ने विरोध किया। इससे बौखलाए सत्येंद्र ने अपने भाई सुचिंद्र एवं पड़ोसी मुकेश को गोली मार दी। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपित सेवानिवृत्त फौजी सत्येंद्र मिश्र को रुनीसैदपुर बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया गया है। एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।

बेलसंड थाना क्षेत्र के मधकौल गांव में बुधवार की रात 11 बजे बीच बचाव करने गए जाहिर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद परिजनों द्वारा उसे सीएससी लाया गया लेकिन उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान जाहिर की मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव को लेकर घर आ गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार अलाउद्दीन के यहां मिलाद हो रहा था मिलाद में ही मंसुर और सुखारी के बेटो के बीच मारपीट होने लगी। इस घटना में दोनों के परिजन कुद पड़े। लोगों ने समझा बुझाकर दोनों को शांत कराया।

दोनों घर चले गए कुछ देर के बाद मंसूर ने दिवाकर सिंह को बुलाया। दिवाकर सिंह गर्भू साह के साथ पहुंचकर सुखारी से मारपीट करने लगा बीच बचाव करने पर दिवाकर सिंह ने जाहिर के गर्दन में गोली मार दी। पुलिस ने त्वरित कारबाई करते हुए दिवाकर सिंह के पिता नरेन्द्र प्रसाद सिंह एवं रामनंदन साह को गिरफ्तार कर थाने ले आई। समाचार संप्रेषण तक प्राथमिकी दर्ज नही की गई है। थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि परिजनों द्वारा अभी तक आवेदन नही दिया गया है इसलिए प्राथमिकी दर्ज नही की गई है। आवेदन मिलते ही प्राथमिकी दर्ज कर कारवाई की जाएगी।