दानापुर। व्यवहार न्यायालय परिसर में पेशी के दौरान अभिषेक सिंह उर्फ छोटे सरकार की हत्या के बाद एक वीडियो वायरल हो रहा है। गोली लगने से अभिषेक जमीन पर गिरा है और एक पुलिसकर्मी उसके हाथ में हथकड़ी लगा रहा है।
घटनास्थल पर जुटी भीड़ में किसी ने इसका वीडियो बना लिया। प्रत्याक्षदर्शियों की मानें तो जब उसे न्यायालय हाजत से पेशी के लिए ले जाया जा रहा था तब उसके हाथ में हथकड़ी नहीं थी। उसके पीछे पीछे पुलिस चल रही थी। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि सिटी एसपी इसकी जांच कर रहे हैं।
दोनों बदमाश एक दिन पहले मुजफ्फरपुर से पटना आए
दोनों अपराधी एक दिन पहले मुजफ्फरपुर से पटना आए थे। वहां से दोनों कार से दानापुर व्यवहार न्यायालय के बाहर पहुंचे थे। दोनों अपराधियों को अभिषेक की तस्वीर दी गई थी। इसके साथ ही पेशी के लिए जाने के दौरान वह किस रंग के कपड़े पहन रखा है, इसके बारे में भी जानकारी दी गई थी।
पुलिस अब उनके बारे में जानकारी जुटा रही है कि उन्हें पटना में पनाह किसने दिया? संदेह है कि पटना में ही उन्हें हथियार भी मुहैया कराया गया हो। इसमें लाइनर सहित कई अन्य की संलिप्तता से पुलिस इन्कार नहीं कर रही है। दोनों में एक बीए का छात्र है। उनकी निशानदेही पर दो ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। उनके पास से बरामद मोबाइल से कई अहम साक्ष्य मिले हैं। दोनों को किसने हायर किया था? हत्याकांड के पीछे मास्टरमाइंड कौन है? इसके बारे में भी पुलिस अहम जानकारी मिली है।
कुछ दिन पहले जेल से बाहर आया भाई
मृतक के पिता किसान है। तीन भाइयो में छोटे सरकार सबसे छोटा था। पूर्व विधायक चितरंजन सिंह के दो सगे भाइयों की हत्याकांड में अभिषेक अपने भाई राहुल कुमार के साथ जेल में बंद था। कुछ दिनों पूर्व राहुल जेल से छूट कर आया था।
साथी को भगाने के लिए सिपाही को मारी थी गोली
इसके पूर्व 10 जुलाई 2019 को दानापुर व्यवहार न्यायालय से फुलवारीशरीफ निवासी मिराज उर्फ रिंकू पुलिस हिरासत से भगाने के लिए चार पांच अपराधियों ने फायरिंग कर दी थी। फायरिंग का फायदा उठाकर मिराज भागने लगा।
दानापुर के ट्रांजिट वारंट पर मिराज दानापुर कोर्ट आया था, जिसकी सुरक्षा में तैनात सिपाही प्रभाकर राज पीछा करने लगे। अपराधियों ने सिपाही पर फायरिंग कर दी थी। गोली लगने से सिपाही की मृत्यु हो गई थी।
इस पूरे मामले में पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने हत्या करने आए दो अपराधियों में से एक को पहले ही पकड़ लिया था, लेकिन फिर भी दूसरे ने मर्डर को अंजाम दे दिया।