उत्तर प्रदेश बलिया

२० लोगों का मकान सरयू नदी में हुआ विलीन



बैरिया (बलिया)। सुरेमनपुर दियारांचल के गोपालनगर टाड़ी में सरयू नदी के तल्ख तेवर के कारण पिछले 24 घंटे में 20 लोगों का आशियाना कटान के भेंट चढ़ चुका है। वहीं इस कटान के चलते गांव में अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया है। विडंबना यह है की बाढ़ व कटान की मॉनिटरिंग करने के लिए स्थापित की गई, बाढ़ चौकी भी गुरुवार को कटान के भेंट चढ़कर सरयू नदी में विलीन हो गई। गुरुवार को ओमप्रकाश यादव, अवध यादव, महेश यादव, चंद्रमा यादव, चनेश्वर यादव ,नारायण यादव, श्रीकांत यादव, गोरख यादव, बंगाली यादव, हरेंद्र यादव मकईया बाबा के स्थान के पास हंसराज यादव, गणेश यादव, परशुराम यादव गोपाल नगर टाड़ी उत्तर टोला के नंदजी यादव, रमाकांत यादव, रामनाथ यादव, विशु यादव सहित कुल 20 लोगों का आशियाना सरयू नदी में विलीन हो चुका है। जिनके मकान बचा हुआ है वह अपना सामान, बच्चे, मवेशियों को मौके से हटाने के बाद अपने मकान को अपने हाथों उजाड़ने में लगे हुए हैं। उक्त गांव के पूर्व प्रधान प्रदीप यादव, ओमप्रकाश यादव, नारायण यादव, श्रीकांत यादव, हरेंद्र यादव, बंगाली यादव आदि ने बताया कि कटान काफी तेजी के साथ हो रहा है। कटानरोधी कार्य का अस्तित्व कहीं दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है ऐसे में यहां के लोग यहां से पलायन कर पुराने सुरेमनपुर रेलवे लाइन पर शरण लिए हुए हैं। कुछ लोग अपने-अपने रिश्तेदारी में जाकर शरण लिए हुए हैं। कुल मिलाकर गोपाल नगर टाड़ी की स्थिति भयावह बन गई है। वहीं दूसरी तरफ सिवाल मठिया गांव के सामने भी कटान तेजी से हो रहा है। उपजाऊ जमीन को सरयू नदी अपने आगोश में समेटती जा रही है। शिवाल मठिया के ग्राम प्रधान परमात्मा गोंड ने बताया कि कटान की स्थिति यही रही तो जल्द ही बस्ती को खतरा उत्पन्न हो जाएगा उन्होंने प्रशासन से राहत व बचाव की मांग की है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि अब तक 20 लोगों का आशियाना सरयू नदी में विलीन हो चुका है 53 परिवार यहां से पलायन कर चुके हैं। जूनियर हाई स्कूल गोपाल नगर को राहत शिविर के रूप में स्थापित किया गया है। वहां लोग जाकर के रह सकते हैं वहां पर जनरेटर व अन्य सुविधाएं राहत शिविर पर उपलब्ध कराया गया है। वही कटान क्षेत्र में भी जनरेटर चलाने की व्यवस्था की गई है ताकि रोशनी बनी रहे हमारी बाढ़ चौकी भी सरयू नदी में विलीन हो चुकी है। यहां के लोगों के राहत व बचाव के लिए सभी जरूरी उपाय किए जा रहे हैं।
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