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2 से 18 वर्ष के लिए भारत बायोटेक को चरण 2 और 3 के क्‍लीनिकल ट्रायल को मिली मंजूरी


  • नई दिल्ली: ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया (DCGI) ने गुरुवार को 2 से 18 वर्ष के आयु वर्ग में भारत बायोटेक की COVID-19 वैक्सीन कोवैक्‍सिन के चरण 2 और 3 के क्‍लीनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी दे दी।

यह बताया गया है कि भारतीय फर्म 525 स्वस्थ स्वयंसेवकों में इन क्‍लीनिकल ट्रायल को अंजाम देगी। क्‍लीनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी सिफारिश की दो दिनों के बाद आया है। एक विशेषज्ञ पैनल ने 2 से 18 वर्ष के आयु वर्ग में कोवाक्सिन के चरण II/III क्‍लीनिकल ट्रायल करने की सिफारिश की थी।

सरकार ने कहा कि परीक्षण के दौरान 28 दिनों के अंतराल में दो खुराक में मांसपेशियों के माध्यम से टीका लगाया जाएगा। यह परीक्षण एम्स दिल्ली, एम्स पटना और मेडिट्रिना इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, नागपुर में होगा।

तीव्र नियामक प्रतिक्रिया के रूप में प्रस्ताव को 11.05.2021 को विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) (कोविड-19) में भेजा गया था। विस्तृत विचार-विमर्श के बाद समिति ने प्रस्तावित चरण II/III क्‍लीनिकल ट्रायल को कुछ शर्तों के लिए अनुमति देने की सिफारिश की।

भारत बायोटेक, जिसने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के सहयोग से कोवैक्‍सिन का विकास किया, उसने इस वर्ष के प्रारंभ में बच्चों पर परीक्षण करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। फरवरी में विषय विशेषज्ञ समिति की बैठक में प्रस्ताव पर विचार किया गया था, क्योंकि भारत बायोटेक को एक संशोधित क्‍लीनिकल ट्रायल प्रोटोकॉल प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था।

कुछ दिनों पहले एक गलत दावा यह किया जा रहा था कि 12 साल से ऊपर के बच्चों के लिए कोवैक्‍सिन को मंजूरी दी गई है। केंद्र ने दावे का खंडन किया और कहा कि ऐसी कोई मंजूरी नहीं दी गई थी।

भारत महामारी की दूसरी लहर से गुजर रहा है, जो चल रहे टीकाकरण अभियान को 18 से 44 वर्ष के बीच के लोगों से खोला गया है। अब टीकाकरण को 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों तक पहुंचाने की आवश्यकता महसूस की गई है।