, पटना। : जनसुराज यात्रा के संयोजक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार में अपनी पैठ बनाने के लिए लगातार लोगों के बीच जा रहे हैं। वह गांव-कस्बा और शहर हर जगह लोगों को संबोधित कर रहे हैं। वह लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि बिहार में बदलाव कैसे आएगा।
प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) हर वर्ग के लोगों को जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर किस आधार पर वे मतदान करें। इसी क्रम में वह मुसलमानों को भी समझाने की कोशिश में लग गए हैं। वह मुसलमानों को बताने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे वह 32 साल से ठगे जा रहे हैं।
32 साल से मुसलमान आरजेडी का झंडा लहरा रहे हैं: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि दलितों के बाद सबसे ज्यादा गरीब, बदहाल, फटेहाल सबसे अधिक कोई है तो वह मुस्लिम समुदाय है। लेकिन, 32 साल से मुसलमानों ने लालटेन का साथ नहीं छोड़ा है। इस 32 साल से मुसलमानों ने कभी लालटेन से यह नहीं पूछा कि आप सड़क मंत्री थे फिर भी मेरे गांव में सड़क क्यों नहीं बना।
मुसलमानों को तेजस्वी से पूछना था कि आप ग्रामीण कार्य मंत्री थे लेकिन हमारे गांव की नालियों और गलियों की दुर्दशा ऐसी क्यों है? आप स्वास्थ्य मंत्री थे हमारे बच्चों के लिए अस्पताल, दवा और डॉक्टर क्यों नहीं? आपकी पार्टी से शिक्षा मंत्री था लेकिन हमारे बच्चे की शिक्षा बदहाल क्यों है? मुसलमान इन सारी परेशानियों के बादजूद लालटेन को वोट दे रहे हैं।
इसी तरह लालू जी को पता चल गया है कि मुसलमानों के लिए काम नहीं करना है। उनको सिर्फ भाजपा का डर दिखाते रहना है। न उनको भागीदारी देनी है न हिस्सेदारी देनी है बल्कि उन्हें सियासत का तेल बनाकर लालटेन को जलाते रहना है।