नई दिल्ली, । महंगाई, उच्च ब्याज दर और अर्थव्यवस्था की कम रफ्तार के कारण देश में 2023 में औसत वेतन वृद्धि गिरकर 9.1 प्रतिशत पर आ सकती है। ये दावा एक निजी कंपनी ने अपनी स्टडी में किया। पिछले साल औसत वेतन वृद्धि 9.4 प्रतिशत थी।
डेलॉइट इंडिया की टैलेंट आउटलुक 2023 रिपोर्ट में बुधवार को कहा गया कि उनकी स्टडी से यह बात निकलकर आई है कि 2023 में सभी सेक्टरों में औसत वेतन वृद्धि दर में 2022 के मुकाबले कमी आएगी।
आगे रिपोर्ट में बताया गया कि 2023 में सबसे अधिक औसत वेतन वृद्धि लाइफ साइंस सेक्टर में देखने को मिलेगी। वहीं, सबसे कम औसत वेतन वृद्धि आईटी सेक्टर में होगी। साथ ही बताया कि 2022 में हुई औसत वेतन वृद्धि पिछले चार सालों में सबसे अधिक थी।
नौकरी बदलने वालों की दर बढ़ी
डेलॉइट इंडिया ने कहा कि भारत में 2022 में नौकरी बदलने वालों की दर 19.7 प्रतिशत थी, जो कि 2021 में 19.4 प्रतिशत थी। इस कारण पिछले तीन -चार साल में कंपनियों की कर्मचारियों को नौकरी देने की लागत में आय के मुकाबले अधिक तेजी से इजाफा हो रहा है।
डेलॉइट इंडिया के पार्टनर आनंदरूप घोष ने कहा कि महंगाई, अधिक ब्याज दर और अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार के कारण कंपनियां इस साल सतर्क रहेगी। डेलॉइट इंडिया की टैलेंट आउटलुक 2023 रिपोर्ट, इस साल जनवरी में हुए सर्वे के आधार पर है। इसमें सात सेक्टर और 25 सब-सेक्टरों की 300 कंपनियों ने भाग लिया है।
नई टेक्नोलॉजी बड़ी चुनौती
सर्वे में 27 प्रतिशत कंपनियों ने माना है कि नई टेक्नोलॉजी का पुरानी के साथ एकीकरण करना अभी भी सबसे बड़ी चुनौती है। वहीं, 47 प्रतिशत कंपनियां एआई में निवश कर रही हैं।