उदयपुर, । भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में दस दिन पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाले एक शख्स की मंगलवार को दिनदहाड़े नृशंस हत्या कर दी गई। पिछले कई दिनों से शख्स को धमकियां मिल रही थीं। उक्त शख्स दर्जी का काम करता था। शख्स की ओर से नामजद शिकायत दर्ज कराने के बाद उसको पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा मुहैया कराई थी, लेकिन मंगलवार को बिना सुरक्षा के वह अपनी दुकान पर पहुंचा तो बदमाशों ने उसकी बेरहमी से गला काटकर हत्या कर दी।
दोनों आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक उदयपुर के एसपी मनोज कुमार ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये उदयपुर से बाहर भाग गए थे, हमने अपनी टीमें लगा रखी थी, उन टीमों ने उन्हें पकड़ा है। कानून व्यवस्था नियंत्रण में है। 7 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। उदयपुर हत्या मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपी गोस मोहम्मद और रियाज उदयपुर के सूरजपोल क्षेत्र के निवासी हैं।
सिर कलम करने की वरदात पर एनआइए अलर्ट, उदयपुर रवाना हुई टीम
राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े सिर कलम करने की वारदात ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) भी सक्रिय हो गई है। एनआईए की एक टीम को दिल्ली से राजस्थान के उदयपुर के लिए रवाना कर दिया गया है।
हत्या के बाद जारी किया वीडियो, पीएम मोदी को भी धमकी दी
बताया जाता है कि हत्या करने के बाद दोनों आरोपितों ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो डालकर हत्या की जिम्मेदारी ली है। दोनों आरोपितों ने वीडियो में रक्त से सनी तलवार लहराते हुए प्रधानमंत्री मोदी की भी हत्या की धमकी देते नजर आ रहे हैं। देर शाम पुलिस ने दोनों आरोपितों को राजसमंद जिले के भीम से हिरासत में लिया गया है।
ऐसे दिया हत्या को अंजाम
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कन्हैयालाल तेली (40) की मालदास स्ट्रीट में भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स के नाम से दुकान है। इसी दुकान में नाप देने का बहाने दो बदमाश दाखिल हुए और कन्हैयालाल कुछ समझ पाते उससे पहले ही उन पर हमला कर दिया। बदमाशों ने कन्हैयालाल की गर्दन पर कई वार किए, जिसके चलते उनकी मौके पर ही मौत हो गई। दिनदहाड़े हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों बदमाश फरार हो गए। कन्हैयालाल उदयपुर शहर के गोवर्धन विलास इलाके का रहने वाला था। उसके तीन पुत्र रोहित (19) तरुण (17) गुड्डू (8) हैं।
शव नहीं उठा रहे थे लोग
हत्याकांड के विरोध में लोगों ने कन्हैयालाल का शव उठाने नहीं दिया। भारी संख्या में लोग प्रदर्शन के लिए पहुंचे तथा उन्होंने हंगामा भी मचाया। घटना के बाद जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, पुलिस अधीक्षक मनोज चौधरी सहित पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और मौके से साक्ष्य जमा किए।
परिजनों को मुआवजा देने की मांग
घटना के विरोध में हिंदू संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन किया। आरोपितों का पुतला जलाया गया। कुछ स्थानों पर आगजनी की घटना भी हुई। हाथीपोल, घंटाघर, अश्वनी बाजार, देहली गेट और मालादास गली के बाजार बंद हैं। स्थानीय लोगों ने सरकार से मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की है।
घटना के बाद तनाव, भारी पुलिस बल तैनात, इंटरनेट बंद
घटना के बाद इलाके में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल को मौके पर बुला लिया गया है। इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है। खेरवाड़ा से मेवाड़ भील कोर की कंपनी को उदयपुर बुलाया गया है। उदयपुर जिले में अगले 24 घंटों के लिए इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।
नामजद रिपोर्ट लेकिन नहीं की कार्रवाई
कन्हैयालाल दर्जी के परिजनों का कहना है कि नूपुर शर्मा के समर्थन में डाली पोस्ट के बाद उनके पिता को अल्पसंख्यक समुदाय के बदमाश जान से मारने की धमकी दे रहे थे। जिसकी शिकायत उसने नामजद दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने समय पर कार्रवाई नहीं की। यदि पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो उनकी हत्या नहीं होती।
अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी
पुलिस अधीक्षक मनोज चौधरी का कहना है कि हत्या बेरहमी से की है। जो भी अपराधी हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मृतक से जुड़े सभी रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। आरोपियों की पहचान हुई है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी गई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की शांति की अपील
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा- उदयपुर में युवक की जघन्य हत्या की भर्त्सना करता हूं। इस घटना में शामिल सभी अपराधियों कठोर कार्रवाई की जाएगी एवं पुलिस अपराध की पूरी तह तक जाएगी। मैं सभी पक्षों से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं। ऐसे जघन्य अपराध में लिप्त हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। मैं सभी से अपील करता हूं कि इस घटना का वीडियो शेयर कर माहौल खराब करने का प्रयास ना करें। वीडियो शेयर करने से अपराधी का समाज में घृणा फैलाने का उद्देश्य सफल होगा।