हिसार। बिग बास फेम एवं बीजेपी नेता सोनाली फोगाट का निधन हो गया है। वे गोवा गई हुई थी। मौत का कारण पोस्टमार्टम में ही स्पष्ट हो सकेगा। हालांकि निधन की पुष्टि हिसार के भाजपा जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र सिंह ने की है।
सोनाली फोगाट इन दिनों काफी सुर्खियों में थी और राजनीति में काफी सक्रिय नजर आ रही थीं। सोनाली फोगाट बिग बास में प्रतिभागी बन प्रचलित हो गई थी तो वहीं आदमपुर विधानसभा पर बीजेपी की ओर से चुनाव भी लड़ चुकी हैं।
सोनाली फोगाट कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में आने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा में थी और कुलदीप बिश्नोई को लेकर विरोध जता रही थी।
हाल में ही कुलदीप बिश्नाई और सोनाली फोगाट के बीच मतभेद दूर होने की बात भी सामने आई, क्योंकि कुलदीप बिश्नोई उनसे मिलने पहुंचे थे और साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही थी। सोनाली ने भी इस बात पर सहमति जताई थी।
बता दें कि सोनाली फोगाट लंबे समय से भाजपा से जुड़ी हुई हैं और वे बीते तीन सालों से सक्रिय भूमिका में नजर आ रही थी। सोनाली फोगाट ने ने बीता विधानसभा चुनाव ही आदमपुर विधानसभा सीट पर लड़ा था। उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस की सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे कुलदीप बिश्नोई थे। सोनाली फोगाट चुनाव हार गई थी मगर वे आदमपुर में सक्रिय बनी रहीं।
सोनाली फोगाट इस बार फिर आदमपुर से चुनाव लड़ने की तैयारी में थी। इसी बीच कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नाेई की भाजपा में शामिल होने की बात चली। इस पर सोनाली को आदमपुर अपने हाथ से खिसकती नजर आई क्योंकि भजनलान परिवार का यह गढ़ है। इसी के चलते उन्होंने कुलदीप बिश्नोई का विरोध कर दिया था। मगर हाल में ही दोनों के बीच सुलह हो गई थी।
ट्वीट और पोस्ट को लेकर चर्चा में रहती थी सोनाली
सोनाली फोगाट अपने अलग अंदाज को लेकर चर्चा में रहती हैं। वे लगभगर हर दूसरे दिन लाइव आती हैं तो दूसरा गानों पर भी प्रस्तुति देती रहती थीं। उनके लिखने का अंदाज भी तल्ख होता था और उनके समर्थक भी काफी हैं।
टिक टाक स्टार रह चुकी हैं सोनाली फोगाट
सोनाली फोगाट सबसे पहले अभिनय से चर्चा में आई थीं। साथ ही वे राजनीति में भी सक्रिय होने लगी। इसके साथ वे टिक टाक पर वीडियो अपलोड करती थीं और उनकी वीडियो बहुत देखी जाती थीं। टिक टाक बैन होने के बाद वे इंस्टाग्राम व अन्य प्लेटफार्म पर सक्रिय हो गई थीं। सोनाली फोगाट अपने पेज पर लाइव आती थीं और समर्थकों से मुखातिब होती थीं।
कृषि कानूनों का समर्थन करने पर हुई थीं ट्रोल
सोनाली फोगाट ने एक साल पहले लागू हुए और हाल में ही रद हुए तीन कृषि कानूनों ने खुला समर्थन किया था। इस पर वह बहुत ट्रोल हुई थी। उनकी जनसभाओं का पुरजोर विरोध होने लगा था, इसलिए सरकार ने उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की थी। सोनाली फोगाट ने खुले तौर पर कहा था कि कृषि कानूनों का विरोध करने वाले किसान नहीं है। सोनाली फोगाट अब एक बार फिर से अपनी छवि को बनाने में जुट गई थीं।