शिवराज सिंह ने कहा कि विश्व के कल्याण में चाहे गौवंशी हो,भैंस वंशी हो,हमारे इन पशुओं का कल्याण भी शामिल है। इसलिए आवश्यकता इस बात की है कि हम तत्काल रोग के लक्षण को पहचाने। लंपी वायरस से संक्रमित पशुओं में कई तरह के बदलाव आते हैं। अगर आपके पशुओं में यह लक्षण दिख रहे हों तो तत्काल उनका इलाज करवायें ।
शिवराज ने पशुपालकों को आश्वस्त करने के साथ-साथ सजग भी किया और कहा कि इस बीमारी से निकलने के लिए सरकार भी कसर नहीं छोड़ेगी, लेकिन सावधानी आपको भी रखनी पड़ेगी। अगर हमने सावधानी नहीं रखी तो हमारा पशुधन गहरे संकट में आएगा। हम वैसे भी जो चेतना मनुष्य में है वही प्राणियों में भी देखते हैं। प्राणियों में सद्भावना, विश्व का कल्याण, यह हमारा मूल मंत्र है।
सिंह ने कहा कि यह बीमारी पशुओं से पशुओं में फैलती है। यह रोग मच्छर, मक्खी इत्यादि के द्वारा भी एक पशु से दूसरे पशु में फैलता है। बेहतर है कि कुछ सावधानियां रखकर पशुओं को संक्रमित होने से बचाया जाए। यह बीमारी पशुओं से मनुष्यों में नहीं फैलती।
अपने संदेश में कहा कि मेरे प्रिय किसान भाइयो-बहनो, हमारे पशुधन पर लंपी वायरस के रूप में एक गंभीर संकट आया है। लंपी वायरस तेजी से मध्यप्रदेश में भी पैर पसार रहा है। हम अपने पशुओं विशेषकर गौमाता को मां मानकर पूजा करते हैं। पशु यह हमारी अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करने का काम करते हैं। आज जब पशु संकट में हैं तो हमारा कर्तव्य है कि उन्हें हम इस संकट से निकालने के लिए भरपूर प्रयास करें। इन प्रयासों में आप अकेले नहीं है। सरकार आपके साथ है, सरकार आपको पूरा सहयोग करेगी। इस बीमारी का टीका भी हम फ्री में लगा रहे हैं।