रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को नौ महीने हो चुके हैं। रूस का यूक्रेन के शहरों पर मिसाइल हमला जारी है। इस दौरान एनर्जी सेंटर को निशाना बनाया गया है। इस कारण पूरा यूक्रेन गंभीर बिजली संकट का समाना करना पड़ रहा है। इस बीच कड़ाके के ठंड भी शुरू हो चुकी है। इस बीच यूक्रेन के ऊर्जा प्रमुखों में से एक के अनुसार, देश में ब्लैकआउट मार्च महीने तक जारी रह सकता है। रूस के पावर ग्रिड पर कई हफ्तों के लगातार हमले के बाद यूक्रेनियन कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे हैं। यू्क्रेन के निजी ऊर्जा प्रदाता डेट्क यासनो के सीईओ सर्गेई कोवलेंको ने सोमवार देर रात एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि कंपनी यूक्रेन के राज्य ग्रिड आपरेटर के निर्देशों के तहत राजधानी कीव और पूर्वी निप्रॉपेट्रोस क्षेत्र सहित उन क्षेत्रों में इमरजेंसी ब्लैकआउट फिर से शुरू करने जा रही है। कोवलेंको ने चेतावनी दी कि हालांकि, अब कम ब्लैकआउट हैं। मैं चाहता हूं कि हर कोई यह समझे। सबसे अधिक संभावना है कि यूक्रेन को कम से कम मार्च के अंत तक ब्लैकआउट के साथ रहना होगा। मुझे लगता है कि हमें विभिन्न विकल्पों के लिए तैयार रहने की जरूरत है, यहां तक कि सबसे खराब विकल्पों के लिए भी। उन्होंने यूक्रेनी निवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे में लोग गर्म कपड़ों और कंबलों का स्टॉक करें। इस बारे में सोचें कि आपको लंबे समय तक बंद रहने में क्या मदद मिलेगी। रूस यूक्रेन के पावर ग्रिड और अन्य बुनियादी ढांचे को हफ्तों से हमले कर उड़ा रहा है। रूस द्वारा किए गए मिसाइल हमले ने यूक्रेन में बड़े पैमाने में ब्लैकआउट का कारण बना और लाखों लोगों को बिजली, गर्मी और पानी से वंचित कर दिया। सर्दियों के महीनों में यूक्रेन में तापमान शून्य डिग्री से नीचे चला जाता है। यूक्रेनी अधिकारियों ने दक्षिणी खेरसान और मायकोलाइव क्षेत्रों के हाल ही में मुक्त किए गए नागरिकों को इस डर से निकालना शुरू कर दिया है कि सर्दियों में जीवित रहना मुश्किल होगा। कोवलेंको ने कहा कि यदि कोई और रूसी हमले नहीं हों, तो भी यह सुनिश्चित करने के लिए पूरे यूक्रेन में निर्धारित कटौती की आवश्यकता होगी कि ऊर्जा ग्रिड में बिजली समान रूप से वितरित की जाए। यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की का कहना है कि रूसी मिसाइल हमलों ने देश की 50 प्रतिशत से अधिक ऊर्जा सुविधाओं को नुकसान पहुंचाया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन चेतावनी दे रहा है कि यूक्रेन में लाखों लोगों को जानलेवा सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। बिगड़ती मौसम की स्थिति के बावजूद इलाके के लिए युद्ध बेरोकटोक जारी है। यूक्रेनी सेना एक सप्ताह तक चलने वाली जवाबी कार्रवाई के हिस्से के रूप में रूस के खिलाफ दबाव डाल रही है और वहीं रूस की सेना गोलाबारी और मिसाइल हमले कर रही है। यूक्रेनी अधिकारियों ने मंगलवार की सुबह कई यूक्रेनी क्षेत्रों में रूसी सेना द्वारा रात भर की गोलाबारी की सूचना दी। फिलहाल पूर्वी डोनेट्स्क, रूस की सीमा पर उत्तरी सूमी और दक्षिणपूर्वी निप्रॉपेट्रोस में लड़ाई केंद्रित है। दोनेत्स्क के क्षेत्रीय गवर्नर पाव्लो किरिलेंको ने टेलीग्राम पर कहा कि आंशिक रूप से कब्जे वाले डोनेट्स्क क्षेत्र में अवदीवका शहर गोलाबारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। शहर पर रात भर कई हमले हुए और सुबह-सुबह बड़े पैमाने पर तोपों की बौछार हुई। अधिकारी के मुताबिक, फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। सूमी क्षेत्र के गवर्नर दमित्रो झिवित्सकी ने कहा कि रात भर में इस क्षेत्र में कुल 86 मिसाइल दागे गए। उन्होंने कहा कि रूसी सेना ने मोर्टार से कई गांवों को निशाना बनाया। वहां भी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। निप्रॉपेट्रोस में, निकोपोल और मरहनेट्स के शहर रात भर आग की चपेट में आ गए।
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