लुधियाना, जागरण संवाददाता : बीती 17 दिसंबर को आरके रोड स्थित एक इमारत से पकड़े गए अंतरराष्ट्रीय फर्जी काल सेंटर के संचालक ने पुलिस रिमांड के दौरान कई राज उगले हैं। इस सेंटर के जरिए शातिर विदेशी लोगों से अब तक करोड़ों रुपये ठग चुके थे। सेंटर के संचालक अंकुश बस्सी ने पुलिस को तीन बड़ी इमारतों और बैंकों में जमा उसकी बड़ी रकम के बारे में जानकारी दी है। उसकी दिल्ली के ठगों से सांठगांठ थी। ठगी का पैसा हवाला के जरिये उस तक पहुंचता था और वह इसे प्रापर्टी में निवेश करता था।
ईडी ने इनकम टैक्स को दी जानकारी
कमिश्नरेट पुलिस ने यह जानकारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग के साथ साझा की है। इसके बाद ईडी ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताई गई इमारतों के दस्तावेज खंगालने के साथ बैंकों को भी आरोपित के खातों की जानकारी देने के लिए लिखा है। पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय फर्जी काल सेंटर के संचालक के बैंक खातों के अलावा कई करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला है। गिरोह का सरगना अंकुश बस्सी है। पूछताछ में उसने बताया कि चंडीगढ़ रोड के सेक्टर-32 में उसका बहुमंजिला मकान सहित 1.21 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। ईशर नगर में 50 लाख रुपये का एक मकान है। पासी नगर में 80 लाख रुपये की कीमत के मल्टीस्टोरी हाउस, बालाजी इन्फोटेक एंड वेब कंसीयर्ज कंपनी का वह मालिक है। पुलिस इन संपत्तियों को भी इस केस में जोड़ने जा रही है।
अवैध कॉल सेंटर चला रहा था
इसके अलावा महिंद्रा थार जीप, हुंडई क्रेटा कार और फिरोज गांधी मार्केट में आइसीआइसीआइ बैंक में 16 लाख रुपये, फुल्लांवल शाखा में आइडीबीआइ बैंक में 80 हजार रुपये, कोटक महिंद्रा बैंक सहित विभिन्न बैंक खातों में 4 लाख रुपये, दुगरी स्थित एक्सिस बैंक में 10 लाख रुपये और एक अन्य खाते में 2.62 लाख रुपये होने की जानकारी मिली है। इन सभी खातों को सीज करने के लिए बैंकों को लिखा गया है। गौरतलब है कि अंकुश बस्सी अवैध काल सेंटर चला रहा था। इससे विदेशी नागरिकों को ठग रहा था।