भुवनेश्वर। स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास नहीं रहे। एक पुलिसकर्मी ने रविवार को नव किशोर दास की उस समय हत्या कर दी थी, जब वह झारसुगुड़ा में एक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे। हालांकि, नव दास की मौत का पता उनके कुत्ते ‘रियो’ को पहले ही चल गया था। नव दास की मौत से एक दिन पहले शनिवार रात से ‘रियो’ लगातार भौंक रहा था। कोई नहीं जानता था कि रियो आखिर इतना क्यों भौंक रहा है। घटना के बाद नव दास के क्वार्टर के कर्मचारियों ने कही है।
नव दास का चहेता था रियो
क्वार्टर में काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि नव दास को ‘रियो’ बहुत पसंद था। जब वह विदेश यात्रा पर गए थे, तब इस कुत्ते के बच्चे (रियो) को लाए थे। वह कहीं भी जाते थे तो रियो से जरूर मिलकर जाते थे। रियो भी उन्हें देखकर खुशी से भौंकता था। लेकिन इस घटना के बाद परिवार के साथ रियो भी गम से टूट गया है। रियो ने कल से कुछ नहीं खाया है। ऐसा लग रहा था जैसे उसे अपने मालिक की मौत के बारे में पहले से पता चल गया हो।
रियो को था अपने मालिक से बेहद लगाव
गौरतलब है कि कुत्ते को मानव जाति का सबसे वफादार साथी माना जाता है। इसके पीछे एक नहीं, बल्कि अतीत में भी कई नजीर देखने को भी मिले हैं। अपने मालिक के ऊपर विपत्ति आने पर कुत्तों ने समय-समय पर अपनी वफादारी का नमूना भी पेश किया है। राज्य स्वास्थ्य मंत्री भी अपने कुत्ते रियो से बहुत प्यार करते थे और रियो भी उनसे उतना ही प्यार करता था।
रियो को पहले से हो गया था खतरे का अंदेशा!
बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री के ऊपर आने वाली विपत्ति की आशंका रियो को पहले ही हो गई थी यही कारण है कि घटना के एक दिन पहले शनिवार रात से ही रियो लगातार भौंक रहा था, मगर वह ऐसा क्यों कर रहा था, यह किसी ने समझ नहीं पाया। अब स्वास्थ्य मंत्री के निधन के बाद से उसने खाना-पीना छोड़ दिया है।