बीजिंग चीन के प्रमुख नेताओं ने दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर का दावा करते हुए चीन की कोविड-19 पर निर्णायक जीत की घोषणा की है। हालांकि विशेषज्ञों ने बीजिंग के आंकड़ों पर सवाल उठाए हैं क्योंकि तीन साल तक सख्त कोरोना नियमों के बाद भी पूरे चीन में कोरोना संक्रमण फैल गया था।
अचानक दी थी कोरोना नियमों में ढील
एक प्रसिद्ध सरकारी वैज्ञानिक ने पिछले महीने खुलासा किया था की चीन की 80 प्रतिशत आबादी वायरस की चपेट में आ गई थी। इसके बावजूद चीन ने दिसंबर की शुरुआत में अचानक ही अपनी जीरो कोविड नीति को समाप्त कर दिया था।
चीन ने किया सिर्फ 80 हजार मौतों का दावा
वहीं, मीडिया में चल रह खबरों से ये साफ तौर पर पता चल रहा था कि चीन में अस्पताल और शवगृह लगातार हो रही मौतों के कारण अटे पड़े हैं तब चीन ने प्रतिबंधों को कम किए जाने के दो महीनों बाद कोविड से लगभग 80 हजार मौतों को ही दर्ज किया था। कुछ विशेषज्ञों के अनुसार मौतों का आंकड़ा इससे कहीं अधिक रहा है क्योंकि बहुत से मरीजों की मौत घर पर हुई थी। इसके साथ ही डॉक्टर्स को मौत के लिए कोविड को जिम्मेदार ठहराने से रोका गया।
200 मिलियन लोगों का किया गया उपचार
चीन की पाली ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी (पीएससी) ने गुरुवार को कहा कि नवंबर 2022 से कोविड-19 की रोकथाम के लिए किए गए प्रयासों और नियंत्रण मानकों के चलते चीन की कोविड-19 के प्रति प्रतिक्रिया में परिवर्तन हुआ है। कमेटी के अनुसार, आपदा के नियंत्रण और रोकथाम में निर्णायक जीत दर्ज की गई है। चीन के प्रयासों से 200 मिलियन लोगों का उपचार किया गया, इनमें से 8 लाख गंभीर मामले शामिल थे।
सतर्क रहने की दी गई थी सलाह
राष्ट्रीय मीडिया के अनुसार, दुनिया में बढ़ते संक्रमण और म्यूटेशन के कारण नेताओं ने बेहतर होते हालातों के बावजूद लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि चीन टीकाकरण की दर में बढ़ोतरी करेगा और चिकित्सा संबंधी सामग्री की आपूर्ति को मजबूत करेगा। चीन के आधिकारिक शिनहुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार चीन की सबसे शक्तिशाली संस्था पीएससी ने सभी इलाकों और विभागों को चिकित्सकीय सेवा व्यवस्था को बेहतर करने की अपील की है।
अर्थव्यवस्था सुचारू होने की है उम्मीद
वक्तव्य में यह नहीं बताया गया है कि कोविड के कारण कितने लोगों की मौत हुई है। यह वक्तव्य चीन के राष्ट्रीय संसदीय सत्र के कुछ हफ्ते पहले आया है। नीति निर्माता इस संभावना की तलाश में हैं कि तीन साल के कोविड नियंत्रणों के बाद खस्ताहाल अर्थव्यवस्था में सुधार होगा।
दिसंबर में दी गई थी कोरोना नियमों में ढील
ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शनों के बाद दिसंबर में चीन ने राष्ट्रपति शी चिंनफिंग की जीरो कोविड पॉलिसी को अचानक खत्म कर दिया गया था। कई देशों और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह अनुमान लगाए थे कि चीन मौतों के आंकड़े छिपा रहा है। क्योंकि कुछ विशेषज्ञों ने इस साल चीन में एक मिलियन से अधिक मौतों की आशंका जताई थी।