गाजियाबाद, गाजियाबाद में बकाया रुपये मांगने पर दो बार पुलिसकर्मियों द्वारा पीटने के बाद पुताई ठेकेदार की मौत के मामले में वेब सिटी थानाध्यक्ष (एसओ) को निलंबित कर दिया गया है। पीड़ित ने पहली बार पिटाई के बाद ही शिकायत की थी। उन पर आरोप है कि समय से शिकायत सुनकर कार्रवाई नहीं की, जिस कारण पीड़ित से दोबारा मारपीट की गई।
डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया कार्य में लापरवाही पाए जाने पर वेब सिटी एसओ मनोज कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं।
बता दें कि मूलरूप से बिहार के सीतामढ़ी में रीवा थाने के गांव गुलाकीपुर खैरवा के मूल निवासी प्रेम शंकर मेहतो (55) लालकुआं चौकी क्षेत्र की मानसरोवर पार्क कालोनी में रहते थे और रंगाई-पुताई की ठेकेदारी करते थे। प्रेम शंकर ने एक साल पहले पड़ोस में रहने वाले पुलिसकर्मी प्रेमपाल और नितिन के घर पुताई की थी।
काम करने के बाद पुलिसकर्मियों ने नहीं दिए पैसे
हेड कांस्टेबल प्रेमपाल हापुड़ कोतवाली और कांस्टेबल नितिन इंदिरापुरम में डायल-112 पीआरवी पर तैनात है। प्रेमपाल पर 20 हजार रुपये और नितिन पर उनके 15 हजार रुपये बकाया थे। प्रेम शंकर 5 जनवरी को प्रेमपाल व नितिन के घर पैसे मांगने पहुंचे तो दोनों ने उनसे मारपीट की। 6 जनवरी को लाल कुआं चौकी पर प्रेम शंकर शिकायत लेकर पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने अनसुना कर दिया।
पिटाई से फट गई थी दिमाग की नस?
आरोपित पुलिसकर्मियों को इस बारे में पता चला तो दोनों प्रेम शंकर के घर पहुंचे और बुरी तरह पीटा, जिसके बाद वह बीमार रहने लगे थे। 18 फरवरी को प्रेम शंकर की तबीयत अचानक बिगड़ी, तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के जनकपुरी में स्थित एक अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि उनके दिमाग की नस फटी हुई है। इसके बाद उन्हें घर लाया गया, जहां एक मार्च को उनकी मौत हो गई। प्रेम शंकर के पुत्र कृष्णा ने दोनों आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
इसी मामले में शुरुआती जांच के बाद वेब सिटी एसओ को निलंबित किया गया है। अधिकारियों का मानना है कि पहली बार शिकायत के बाद ही यदि आरोपित पुलिसकर्मियों पर एक्शन लिया गया होता तो प्रेम शंकर के साथ दोबारा मारपीट नहीं की जाती।