नई दिल्ली, दिल्ली के जंतर-मंतर पर ओलंपिक खिलाड़ियों का धरना प्रदर्शन और भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप।
इन सबकी शुरुआत पिछले महीने 23 अप्रैल से हुई। एक महीने से भी ज्यादा समय से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने मोर्चा खोल रखा है। भले ही पहलवानों को जंतर-मंतर से हटा दिया गया है, लेकिन उनके अंदर की आग अभी तक सुलग रही है।
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग का एलान
कल यानी मंगलवार को जब पहलवानों ने यह एलान किया कि वह अपने सभी जीते हुए मेडल को हरिद्वार पहुंचकर गंगा नदी में बहा देंगे, तो उनके इस फैसले से पूरे देश का ध्यान उनकी तरफ खींचा चला गया। रेसलर्स गंगा घाट पहुंचे भी, लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत ने उनके मेडल ले लिए और उन्हें समझाया। साथ ही सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम भी दे दिया। इन सब के बीच अब रेसलिंग के सबसे बड़े संगठन यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भी कह दिया है कि अगर 45 दिनों के भीतर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनाव नहीं हुए तो WFI को आगे के मैच के लिए सस्पेंड किया जा सकता है।
ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाई चैम्पियनशिप जैसे प्रतियोगिताओं में मेडल जीतने वाले पहलवान आखिर ये प्रदर्शन क्यों कर रहे है? इनकी क्या-क्या मांगे हैं? टाइमलाइन में समझें अब तक क्या-क्या हुआ?
जनवरी में हुई इसकी शुरुआत
- 18 जनवरी, 2023: भारतीय कुश्ती संघ पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौनशोषण के आरोप लगाए गए। 18 जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों ने धरना प्रदर्शन दिया।
- देश के प्रमुख पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंचकर अपनी आवाज बुलंद की।
- 21 जनवरी, 2023: पहलवानों के तीन दिन के धरना-प्रदर्शन के दौरान 21 जनवरी को खेल मंत्री ने पहलवानों को भरोसा दिया और मामले की जांच करने के लिए एक कमेटी का गठन करने का आदेश दिया।
- 23 जनवरी, 2023: खिलाड़ियों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को देखते हुए अनुराग ठाकुर ने 23 जनवरी को आरोपों की जांच के लिए पांच सदस्यीय निरीक्षण समिति बनाई।
अप्रैल में फिर दिया धरना प्रदर्शन
- 23 अप्रैल, 2023: कमेटी की जांच पर सवाल उठाते हुए महिला पहलवान दोबारा जंतर-मंतर पहुंचे और धरना प्रदर्शन दिया।
- 24 अप्रैल, 2023: पहलवानों ने दिल्ली पुलिस में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हुई।
- 28 अप्रैल, 2023: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और दूसरे मामले में FIR दर्ज की।
मई में पहलवानों का बढ़ा गुस्सा
- 3 मई, 2023: तीन मई की रात पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच झड़प हुई।
- 7 और 21 मई, 2023: महिला पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायत हुईं।
- 8 मई- कई प्रदेशों के किसान संगठन समर्थन करने जंतर मंतर पहुंचे।
- 11 मई- नाबालिग महिला पहलवान ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करवाया। वहीं, खिलाड़ियों ने सिर पर काली पट्टी बांधकर ब्लैक डे मनाया।
- 20 मई- फिरोजशाह कोटला मैदान में चल रहे आईपीएल मैच को देखने पहुंचे पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने स्टेडियम में मैच देखने से रोका।
- 21 मई- हरियाणा के रोहतक में खाप पंचायत हुईं और बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार कराने की मांग की गई।
- 22 मई- बृजभूषण शरण सिंह नार्को और लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाने के लिए तैयार हुए। साथ ही शर्त रखी कि उनके अलावा विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया भी ये टेस्ट कराएंगे।
- 28 मई, 2023: रविवार का वो दिन जब एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नई संसद का उद्घाटन कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ पहलवानों ने बिना इजाजत के संसद की ओर मार्च निकालने का फैसला किया। पुलिस ने रोका, लेकिन वह आगे बढ़ते रहे। लाठीचार्ज, हाथापाई, हुआ। पहलवानों को हिरासत में लिया गया।
- 28 मई, 2023: दिल्ली पुलिस ने सभी पहलवान, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के खिलाफ FIR दर्ज किया। ये एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 149, 186, 188, 332, 353 और पीडीपीपी एक्ट की धारा 3 के तहत दर्ज की गई है।
- 30 मई, 2023: पहलवानों ने खुला एलान किया कि वह अपने जीते हुए सभी मेडल को गंगा नदी, हरिद्वार में बहा देंगे। हालांकि, किसान नेता नरेश टिकैत ने सभी को रोककर उनके मेडल अपने पास रख लिए।
- 30 मई, 2023: इस विवाद के बीच रेसलिंग के सबसे बड़े संगठन यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने भी एलान कर दिया कि अगर 45 दिनों के भीतर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनाव नहीं हुए तो WFI को आगे के मैच के लिए सस्पेंड किया जा सकता है।
- 31 मई, 2023: बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला पहलवान बालिग निकली। रोहतक स्थित महिला पहलवान के स्कूल से बरामद जन्म प्रमाण के आधार पर उसके बालिग होने की पुष्टि की गई है।
क्या है आरोप?
- बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ बुनियादी सुविधाओं की कमी, वित्तीय अनियमितताएं, खिलाड़ियों के साथ बुरा बर्ताव और मनमाना रवैया करने का आरोप लगा है।
- इन सभी आरोपों में सबसे गंभीर आरोप यौन शोषण से जुड़े हुए है। पहलवानों का आरोप है कि बृजभूषण सिंह और कोच, नेशनल कैंप में महिला रेसलर्स का यौन उत्पीड़न करते है।
- इन आरोपों को खारिज करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने सफाई दी कि अगर किसी भी एथलीट के यौन शोषण होने की बात सच साबित हुई तो वे फांसी पर लटकने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
जांच रिपोर्ट में क्या आया सामने?
- निरीक्षण समिति में पांच लोगों को शामिल किया गया। इस कमेट की अध्यक्ष दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम को चुना गया।
- समिति में ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी तृप्ति मुरगुंडे, टॉप्स के पूर्व सीईओ राजगोपालन, भारतीय खेल प्राधिकरण की पूर्व कार्यकारी निदेशक राधिका श्रीमन और पहलवान और बीजेपी नेता बबीता फोगाट को शामिल किया गया।
- बृजभूषण सिंह, अधिकारियों और कोचों पर लग रहे उत्पीड़न के आरोपों की जांच की गई।
- चार हफ्तों में पूरी होने वाली इस जांच की समयसीमा को दो हफ्तों के लिए और बढ़ा दिया गया।
- खिलाड़ियों का आरोप है कि समिति के बने तीन महीने हो गए, लेकिन जांच कैसे और क्या हो रही है, इसका कोई अता-पता नहीं है।
क्या है पहलवानों की मांग?
- पहलवानों की मांग है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में FIR दर्ज की जाए।