नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने स्वीकार किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाई गई इमरजेंसी एक ‘गलती’ थी. राहुल के इस बयान के बाद केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने उन्हें नसीहत दी है कि उन्हें आरएसएस में जाकर काम करने का तरीका सीखना चाहिए.
एबीपी न्यूज से मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘कांग्रेस की गुनाहों की गिनती खत्म नहीं होगी. देश के लोकतंत्र की हत्या की, नरसंहार किया कितनी माफी मांगेंगे. ये इनका कर्मकांड बन गया है कि हर बात पर विलाप करना आदत बन गया है बीजेपी, आरएसएस और मोदी का नाम लेकर. उनको आरएसएस में जाना चाहिए देखना चाहिये और सीखना चाहिए.’
नकवी ने आगे कहा, ‘चुनाव जीत जाते हैं तो जनता ने क्यों जिताया है ये भूल जाते हैं और हार जाते हैं तो लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया को लेकर सवाल. अपनी गलतियों को छुपाने के लिए लफ्फाजी से काम नहीं चलेगा. इस तरह की बयानबाजी और लफ्फाजी के मायने नहीं है जब नीतियों का टोटा पड़ता है तो इसी तरीके की बातें की जाती है.’
“जनता से कटने वाली पार्टी का हश्र यही होता है”
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘यह विलाप मंडली है जो हर चुनाव के बाद सामने आ जाती है. चुनाव हारती है तब तो रोती है और अगर जीत जाते हैं तो जीत का आंकलन नहीं करते कि आखिर जनता ने क्यों भरोसा जताया है. जो भी पार्टी जनता से कट जाती है जनता के सरोकार से कट जाती है उसका हश्र यही होता है. जब नीतियों का टोटा होता है और नेतृत्व खोटा होता है तो यही हाल होता है.’
उन्होंने कहा, ‘यह बेवकूफ लोग हैं इनको आरएसएस की कार्यशाला में जाना चाहिए वहां जाएंगे तो समझ में आएगा कि आरएसएस लोगों से जुड़े हुए मुद्दों पर कितना बेहतरीन काम करती है.’
इमरजेंसी पर राहुल गांधी का बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाया गया आपातकाल एक ‘गलती’ थी. उन्होंने कहा कि उस दौरान जो भी हुआ वह ‘गलत’ था लेकिन वर्तमान परिप्रेक्ष्य से बिलकुल अलग था क्योंकि कांग्रेस ने कभी भी देश के संस्थागत ढांचे पर कब्जा करने का प्रयास नहीं किया.