नई दिल्ली। तेलंगाना में चुनाव आयोग ने रविवार को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए कड़ी कार्रवाई की है। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव आयोग ने तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अंजनी कुमार को निलंबित करने का आदेश दिया।
फूलों के गुलदस्ते के साथ पहुंचे डीजीपी
सूत्रों ने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग ने कड़ी कार्रवाई की, क्योंकि डीजीपी ने दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ हैदराबाद में अपने आवास पर फूलों के गुलदस्ते के साथ राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और एक उम्मीदवार अनुमुला रेवंत रेड्डी से मुलाकात की। चुनावी रुझानों में कांग्रेस की बढ़त के दौरान ही डीजीपी ने कांग्रेस अध्यक्ष के आवास पर पहुंच गए।
योग्य पुलिस अधिकारी को कार्यभार सौंपने का आदेश
बैठक में डीजीपी के साथ राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी संजय कुमार जैन और नोडल अधिकारी (व्यय) महेश एम भागवत भी मौजूद थे। चुनाव आयोग ने आदेश दिया कि राज्य के अगले वरिष्ठतम योग्य पुलिस अधिकारी को तुरंत ही तेलंगाना पुलिस महानिदेशक का प्रभार सौंपा जाए। सूत्रों ने कहा कि चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया, क्योंकि डीजीपी की कार्रवाई चुनाव आचार संहिता और प्रासंगिक आचरण नियमों का स्पष्ट उल्लंघन थी और इससे अन्य कनिष्ठ अधिकारियों को गलत संदेश जाएगा।
चुनाव आयोग द्वारा की गई कड़ी कार्रवाई
चुनाव पैनल के एक पदाधिकारी ने बताया कि यह विधानसभा चुनावों के हालिया दौर में कुमार के नेतृत्व में चुनाव पैनल द्वारा की गई कड़ी कार्रवाइयों में से एक थी। सूत्रों ने कहा कि डीजीपी की ओर से कोई भी कदाचार न केवल एक गलत मिसाल कायम करता है, बल्कि उन फील्ड संरचनाओं को गलत संकेत भेजता है, जो अभी भी चुनाव कराने की प्रक्रिया में हैं।
चुनाव आयोग ने मांगा स्पष्टीकरण
चुनाव आयोग ने राज्य पुलिस के नोडल अधिकारी संजय कुमार जैन और नोडल अधिकारी (व्यय) महेश एम भागवत से उन परिस्थितियों के बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा है, जिनके तहत वे रेवंत रेड्डी से मिले थे। विधानसभा चुनाव नतीजों और रुझानों से पता चला है कि कांग्रेस तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को सत्ता से बाहर करने के लिए तैयार है।