वाराणसी। धर्म-संस्कृति एवं पर्यटन की नगरी काशी में जल्द ही एकीकृत पास की सुविधा भी मिलेगी। वाराणसी स्मार्ट सिटी ने ‘काशी पास’ का ट्रायल पूरा कर लिया है। इससे विश्वनाथ धाम में सुगम दर्शन, विशेष पूजा-आरती के साथ ही जलयान यात्रा, वर्चुअल म्यूजियम समेत विभिन्न पर्यटन स्थलों के दर्शन-भ्रमण के लिए अलग-अलग टिकट नहीं लेना होगा।
इसके अलावा स्मार्ट सिटी ने काशी के नाम पर एक वेबसाइट भी बनाई है जिसमें काशी की विकास यात्रा देखने को मिलेगा। एक क्लिक में ही वाराणसी का भूत-भविष्य व वर्तमान तीनों देखा जा सकेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नमो घाट के अलावा काशी पास व काशी की वेबसाइट का लोकार्पण कर सकते हैं।
अलग-अलग टिकट बुकिंग से मिलेगी मुक्ति
काशी पास नामक मोबाइल एप से श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में सुगम दर्शन पूजा-आरती क्रूज पर सैर-सपाटा सारनाथ म्यूजियम-लाइट एंड साउंड शो मान महल समेत धरोहरों के अवलोकन, इलेक्ट्रिक बसों और पार्किंग का टिकट या बुकिंग घर बैठे किया जा सकता है। ऐसे में अब पर्यटकों को अलग-अलग टिकट या बुकिंग के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी।
स्मार्ट सिटी काशी नामक वेबसाइट में काशी की संस्कृति, मार्केट, बाजार, शापिंग माल, ऐतिहासिक इमारतें की फोटो, गूगल मैप भी अपलोड होगा। यही नहीं वाराणसी में होटल, लाज, धर्मशालाओं की सूची फोन नंबर, कमरों की संख्या, किराया, लोकेशन सहित अन्य जानकारी मिलेगी। देश विदेश के काशी आने के लिए हवाई मार्ग, सड़क, रेलवे व जल मार्ग का विवरण भी अपलोड किया जाएगा।
इस वेबसाइट में काशी की महान विभूतियों में संत कबीर दास, रानी लक्ष्मीबाई, पंडित मदन मोहन मानवीय, आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी, भारतेंदु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद, प्रेमचंद, उस्ताद बिस्मिल्लाह खां, आचार्य रामचंद्र शुक्ल जैसी शाख्सियत को भी देखने व समझने का मौका मिलेगा।
बीएचयू, काशी विद्यापीठ, संविवि की झलक भी देखने को मिलेगी। वाराणसी स्मार्ट सिटी के पीआरओ शांकम्भरी नंदन सोंथालिया ने काशी की वेबसाइट पर्यटकों के अलावा शोधार्थियों के लिए भी उपयोगी साबित होगा। यह हिंदी व अंग्रेजी भाषा में बनाया गया है।