हरदा। मध्य प्रदेश का हरदा जिला सुबह बारूद के धमाके से दहल गया। यहां की एक पटाखा फैक्ट्ररी में अचानक हुए विस्फोट से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। आग के शोले और धुएं के गुबार से लोगों में दहशत भर गई। हादसे की वजह से कई लोगों की जान जाने की आशंका जताई जा रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस फैक्ट्री में 500 से 700 लोग काम करते थे। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया है।
जेपी अस्पताल में वार्ड किया गया तैयार
भोपाल के जेपी अस्पताल में 6 पलंग का वार्ड तैयार किया गया। डॉक्टर भी इलाज करने के लिए पहुंचे हैं। घटनास्थल पर लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
हरदा घटना के बाद इमरजेंसी सेवा अलर्ट पर
हरदा की घटना के बाद इमरजेंसी सेवा अलर्ट पर है। अलग-अलग जिलों से हरदा के लिए इमरजेंसी सेवा भेजा जा रहा है। भोपाल से 20 एम्बुलेंस हरदा के लिए रवाना किया गया। इसके अलावा इंदौर 15, देवास से 10, खंडवा से 15, होशंगाबाद से 10, बैतूल 8, हरदा के 20, सीहोर के 10, रायसेन के 3 और बुरहानपुर के 3 एम्बुलेंस लोगों को अस्पताल पहुंचाने के काम में लगे हुए हैं। कुल 114 एम्बुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचा रहे हैं।
घायलों को पहुंचाया जा रहा अस्पताल
हरदा में पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंच गई हैं, कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। घायलों को एंबुलेंस सहित पुलिस और जिला प्रशासन के विभिन्न वाहनों की मदद से उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। इसके साथ ही नजदीकी जिले नर्मदापुरम और बैतूल से भी चिकित्सा सहायता पुलिस बल भेजा जा रहा है।
CM मोहन यादव ने घटना को लेकर ली जानकारी
वहीं, इस घटना के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हरदा में आग लगने की घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली है। घटना की स्थिति को समझने के लिए मुख्यमंत्री ने एक आवश्यक बैठक बुलाई है।
राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को दिया गया निर्देश
इंदौर और भोपाल से फायर ब्रिगेड की दमकलों को भेजा जा रहा है। राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी किए जा रहे हैं। सीएम ने NDRD, SDRF की टीमों तथा आस-पास के शहरों से फायर ब्रिगेड की दमकलों एवम् एंबुलेंस को भेजा जा रहा है। कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देशानुसार तत्काल तीन एंबुलेंस और 6 फायर ब्रिगेड हरदा के लिए रवाना की जा चुकी। रेस्क्यू के लिए 01 पीसी, 01 एच और 19 एसडीआरएफ जवानों को आपदा सामग्री-फायर ऐक्सीम्यूसर, फायर एंट्री शूट, सर्च लाइट, स्ट्रेचर, हेलमेट, ब्रीथिंग अप्रेटस सेट आदि राहत सामग्री सहित ट्रेवलर बस एमपी 02 एवी 6663 और एमपी 02 एवी 8014 रेस्कू वाहन सहित रवाना किए गए है ।
जान बचाने के लिए भागते नजर आए लोग
इस घटना के बाद पटाखा फैक्ट्री पूरी तरह नष्ट हो गई और आसपास के घरों में आज की तेज तपन महसूस की गई। आसपास के लोग आग लगने के बाद भागते नजर आए। स्थानीय लोगों की माने तो विस्फोट के समय पटाखा फैक्ट्री में करीब 500 लोग मौजूद थे।
फैक्ट्री में मौजूद कई लोग हताहत बताए जा रहे हैं। घायलों और मृतकों को एंबुलेंस सहित पुलिस और जिला प्रशासन के विभिन्न वाहनों की मदद से उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। पटाखा फैक्ट्री के करीब 1 किलोमीटर के दायरे में लोगों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है।