पूर्वी दिल्ली। ब्याज का झंझट और उधारी खत्म करने के लिए सफाई कर्मचारी ने मंगलवार को एएसआइ को मिलने के लिए मीत नगर फ्लाईओवर के पास बुलाया था। एएसआइ दिनेश शर्मा घर से ड्यूटी के लिए तो निकले, लेकिन वह अपने कार्यालय जाने के बजाय पहले सफाई कर्मचारी से मिलने के लिए पहुंच गए।
एएसआइ बिना वर्दी एक बैग लेकर अपनी मोटरसाइकिल से सफाई कर्मचारी से मिलने के लिए आए थे। पुलिस को जांच में पता एएसआइ कुछ वर्ष पहले सफाई कर्मचारी के संपर्क में आया था। एएसआइ ब्याज पर लोगों को रुपये देते थे। मुकेश को भी रुपयों की जरूरत थी।
एएसआइ से उधार लिए थे पांच लाख रुपये
उसने एएसआइ से पांच लाख रुपये ब्याज पर उधार लिए थे। वह ब्याज के 25 हजार रुपये माह एएसआइ को दे रहा था। अधिक उधार के कारण उसकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही थी। इन सबसे पीछा छुड़ाने के लिए उसने एएसआइ को मिलने के लिए बुलाया।
फोन कॉल से पता चला है कि दोनों की बात हुई थी। पुलिस को पता चला कि सफाई कर्मचारी ने योजना बनाकर वारदात को अंजाम दिया है। पुलिसकर्मी की हत्या के लिए उसने अवैध पिस्टल रीदी थी। किससे खरीदी थी, पुलिस इसका पता चला रही है।
अष्टमी की पूजा कर घर से निकले थे एएसआइ
एएसआइ दिनेश शर्मा के घर की एक पुलिसकर्मी ने मंगलवार दोपहर को घंटी बजाई। उनका बेटा बाहर आया। पुलिसकर्मी ने कहा किसी ने तुम्हारे पिता की गोली मारकर हत्या कर दी है। इतना सुनते ही एएसआइ के बेटे अंशु के पैरों तले जमीन निकल गई। वह रोते हुए अंदर दौड़ा हुआ गया और परिवार को सूचना दी।
एएसआइ दिनेश शर्मा।
एएसआइ के परिवार में पत्नी सुमन, दो बेटे पंकज और अंशु व एक छोटी बेटी है। उनकी सबसे बड़ी बेटी सपना दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल है, द्वारका में तैनात है। परिवार ने बताया कि 1998 दिनेश कुमार कांस्टेबल के पद पर दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे। वह कई थानों में तैनात रहे।
कुछ ही दिनों पहले माडल टाउन थाने से उनका तबादला स्पेशल ब्रांच में हुआ था। बेटे अंशू ने कहा कि उनके पिता की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। वह मंगलवार को अष्टमी की पूजा करके घर से ड्यूटी जाने के लिए निकले थे। उसे नहीं पता पिता की हत्या क्यों की गई है। वह ब्याज पर लोगों को रुपये देते थे इसके बारे में भी नहीं पता।
गोलियां चलते ही मची भगदड़
गोलियां चलते ही मीत नगर फ्लाईओवर के पास भगदड़ मच गई। पुलिसकर्मी की हत्या करने के बाद सफाई कर्मचारी ने जब स्कूटी सवार को गोली मारी तो आसपास के वाहन चालक सहम गए। उन्हें डर सताने लगा कि कहीं आरोपित उनपर गोलियां न चला दे।
हत्या के बाद आरोपित हड़बड़ाहट में था। वाहन चालक कुछ समझ पाते आरोपित ने आटो चालक पर भी गोली चला दी। उसपर गोली चलते ही वहां सवारी के इंतजार में खड़े आटो व रिक्शा चालक जान बचाने के लिए भागने लगे। वहां अफरा तफरी का माहौल रहा।
ड्यूटी पर जा रहा था स्कूटी सवार
हादसे में घायल अमित कुमार अपने परिवार के साथ प्रेम विहार में रहते हैं। परिवार में पत्नी पूजा, एक वर्ष की बेटी, मां रोशनी और भाई विनीत है। अमित गुरुग्राम की एक कंपनी में लिफ्ट मेंटेनेंस का काम करते हैं। घायल के भाई ने बताया कि अमित दस बजे घर से गुरुग्राम जाने के लिए निकले थे। उनके भाई फ्लाईओवर से जा रहे थे, अचानक ने एक शख्स ने उनकी कमर पर गोली मार दी।