1982-बैच के अधिकारी के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा हाल ही में दर्ज की गई सीबीआई एफआईआर के बाद ईडी ने एक्शन लिया है। फरवरी में पूर्व सचिव के यहां सीबीआई ने छापा मारा था। अभिषेक 2019 में DPIIT (तत्कालीन औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग) से सेवानिवृत्त हुए हैं।
सूत्रों ने बताया कि ईडी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत अभिषेक के परिसरों की तलाशी ले रही है। सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया था कि अभिषेक ने सेवानिवृत्ति के बाद उन निजी कंपनियों से परामर्श शुल्क के रूप में बड़ी रकम प्राप्त करके खुद को अवैध रूप से समृद्ध किया, जिनके मामले उन्होंने सेवा में रहते हुए निपटाए थे।सीबीआई और ईडी ने उनकी बेटी वेनेसा पर भी मामला दर्ज किया है।
सेवानिवृत्त अधिकारी ने वायदा बाजार आयोग के अध्यक्ष का पद भी संभाला था और भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल के एक संदर्भ पर उनके खिलाफ सीबीआई मामला दर्ज किया गया था।
लोकपाल ने आरोप लगाया है कि पिता-पुत्री की जोड़ी को विभिन्न संस्थाओं और संगठनों से पेशेवर शुल्क के रूप में बड़ी रकम मिली, जिनके साथ पूर्व आईएएस अधिकारी का सचिव या अध्यक्ष के रूप में आधिकारिक लेनदेन था।