, नई दिल्ली। 8.5 मिलियन विंडोज डिवाइस पर हुए हाल ही के क्राउडस्ट्राइक अटैक के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने अपने यूजर्स को एक बड़ी चेतावनी दी है। कंपनी ने एक स्टेटमेंट में कहा है कि क्राउडस्ट्राइक जैसा आउटेज भविष्य में दोबारा हो सकता है। इतना ही नहीं इस तरह की आउटेज को घटने से रोका भी नहीं जा सकता है। कंपनी ने अपने इस बोल्ड स्टेटमेंट को देने के साथ इसको लेकर कुछ बड़ी वजहें भी बताई हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने आउटेज की घटना को लेकर यूरोपियन कमिशन के एक नियम को जिम्मेदार ठहराया है। कंपनी का कहना है कि यूरोपियन कमिशन के नियम के साथ थर्ड पार्टी वेंडर्स को ओएस पर फुल Kernel Access मिलता है। जो कि इस तरह के आउटेज की वजह बनता है।
क्राउटस्ट्राइक को माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियरों जैसे अधिकार
माइक्रोसॉफ्ट को WSJ की एक रिपोर्ट में कोट करते हुए इस कानूनी आदेश के बारे में बताया गया था कि क्राउडस्ट्राइक जैसी कंपनियों को माइक्रोसॉफ्ट इंजीनियरों की तरह ही इसके सॉफ्टवेयर तक पहुंच प्राप्त होगी। ऐसा लगता है कि यह माइक्रोसॉफ्ट के लिए एक बड़ी आईटी आपदा से बाहर निकलने का आसान तरीका है जिसने पूरी दुनिया को एक पूरे दिन और उससे भी अधिक समय तक रोक कर रखा था।
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने भी जाहिर की अपनी चिंता
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने भी इस मेगा आउटेज, जिसने कि एयरलाइन से लेकर हेल्थकेयर और बिजनेस को प्रभावित किया, को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है। वहीं दूसरी ओर क्राउडस्ट्राइक की ओर से बार-बार यही जानकारी दी गई कि यह सुरक्षा से जुड़ी घटना या किसी तरह का साइबर अटैक नहीं था। अधिकांश व्यवसाय अभी भी अपने संचालन के लिए विंडोज मशीनों पर निर्भर हैं, इसलिए अन्य विकल्पों पर विचार न करने की कीमत उन्हें बहुत चुकानी पड़ेगी।
इस आउटेज ने एपल यूजर्स को प्रभावित नहीं किया है क्योंकि वे थर्ड पार्टी वेंडर को इस तरह का एक्सेस ऑफर नहीं करते। इसलिए इस तरह के अटैक को रोकने के लिए माइक्रोसॉफ्ट को अपने स्तर पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत होगी।