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चंपई सोरेन ने फिर भरी दिल्ली की उड़ान, भाजपा हाईकमान से कर सकते हैं मुलाकात


सरायकेला। पूरे देश की नजर कोल्हान टाइगर और झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन पर टिकी हुई है। लेकिन, अबतक न चंपई सोरेन ने पूरी बात साफ की और ना ही भाजपा के वरीय नेताओं ने।

पूरे देश में इस बात की चर्चा है कि पूर्व मंत्री चंपई सोरेन भाजपा में शामिल होने वाले हैं। हालांकि, इस बात में अगर सच्चाई नहीं होती, तो भाजपा इसका विरोध करते हुए अपना बयान जरुर जारी करते।

भाजपा के वरीय नेता इस पर चुप है, जो यह संकेत देता है कि कहीं न कहीं भाजपा में चंपई सोरेन को लेकर खिचड़ी पक रही है। यह खिचड़ी कब तक पक जाती है। यह तो अब वक्त ही बताएगा।

एक बार फिर दिल्ली पहुंचे चंपई सोरेन

कोल्हान टाइगर चंपई सोरेन एक बार फिर से दिल्ली पहुंच गए हैं। सोमवार सुबह करीब सवा ग्यारह बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर वे उतरे और विधायक प्रतिनिधि सनद आचार्य, उनके बेटे व अन्य तीन लोगों के साथ वे अपने गंतव्य की ओर बढ़ गए।

यहां वह भाजपा के शीर्ष नेता व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान और सुवेंदु अधिकारी से मुलाकात कर सकते हैं।

क्या है चंपई सोरेन की प्लानिंग

उनके दिल्ली जाने की बात को गुप्त रखा गया है। सूत्रों की मानें तो, झामुमो से दूरी बनाने के बाद मंत्री चंपई सोरेन ने दूसरी बार दिल्ली का रुख किया है। चंपई ने खुद की पार्टी बनाने या एक अच्छे साथी के साथ जाने की बात कही थी।

शनिवार को सरायकेला में हुए कार्यक्रम में चंपई सोरेन ने इस बात का संकेत दे दिया था कि अच्छा साथी भाजपा के अलावा दूसरा कोई नहीं है, क्योंकि सरायकेला में उनके पोस्टर व टाउन हॉल के फव्वारे में भगवा रंग समाया हुआ था।

चंपई की शर्तों के कारण हो रही देरी

सूत्रों की माने तो पिछले दिनों जब चंपई तीन दिनों के लिए दिल्ली गए थे, तो वे वहां भाजपा के नेताओं से मिले थे। संभवत: उन्हें जो टास्क दिया गया था, उसी रणनीति के तहत चंपई सोरेन पूरे कोल्हान में घूम-घूम कर अपने समर्थकों की नब्ज टटोलते रहे।

चंपई के सभी कार्यक्रमों में सैकड़ों की भीड़ उमड़ी रही। कार्यक्रमों में मीडिया कर्मियों का जमावड़ा लगने लगा है। इधर, कोल्हान में चंपईसोरेन अपने कार्यक्रम कर रहे थे, उधर दिल्ली में बैठे भाजपा के वरीय नेता पूरे मामले से अवगत हो रहे थे।

चंपई के मामले से अब तक पर्दा नहीं उठाया जाना उनके द्वारा रखी शर्तों के कारण हो सकता है। दरअसल, चंपई सोरेन अपने साथ अपने बेटे को भी राजनीति के महारथी बनाना चाहते हैं।

इसके लिए वे अपने बेटे के लिए विधानसभा चुनाव में खड़े करने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं, ताकि उनके साथ -साथ उनके बेटे को भी टिकट मिल सके।

भाजपा के स्थानीय दिग्गजों को भी चंपई के भाजपा में जाने की बात हजम नहीं हो रही है, जिसके कारण भी चंपई के रास्ते में रोड़ा का काम भी यह दिग्गज कर रहे हैं। ताकि, अगर भाजपा की सरकार झारखंड में बनती है तो भाजपा के वे दिग्गज शीर्ष स्थान पर विराजमान हो सके।