Latest News उत्तर प्रदेश नयी दिल्ली राष्ट्रीय लखनऊ

यूपी विधानसभा उपचुनाव में काग्रेंस के इस बागी ने बढ़ाई सपा की टेंशन! असमंजस में पार्टी कार्यकर्ता


 

Hero Image

प्रयागराज। फूलपुर विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रत्याशी मैदान में हैं। इंडी गठबंधन से सपा के मुजतबा सिद्दकी उम्मीदवार हैं। ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इंडी गठबंधन के उम्मीदवार का समर्थन करना चाहिए, लेकिन वह असमंजस में हैं।

वजह पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष गंगापार सुरेश यादव का चुनावी अखाड़े में उतरना है। इसे लेकर पार्टी ने उन्हें पदमुक्त कर दिया है, लेकिन कार्यकर्ताओं के समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करें। वहीं, सपा के पदाधिकारियों का दावा है कि कांग्रेस समेत गठबंधन में शामिल सभी दल के कार्यकर्ता प्रत्याशी मुजतबा सिद्दकी के साथ हैं।

अचानक सपा ने फूलपुर सीट पर घोषित कर दिया प्रत्याशी

उपचुनाव की तिथि घोषित होने से पहले कांग्रेस फूलपुर सीट पर अपना दावा पेश कर रही थी। पार्टी के कई बड़े नेताओं ने सहसों में सभा भी किया था। सांसद उज्ज्वल रमण सिंह को कांग्रेस ने उपचुनाव का प्रभारी भी बना दिया था, लेकिन अचानक सपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया।

चुनाव की घोषणा के बाद नामांकन की तिथि आई तो सपा से मुजतबा सिद्दकी ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया, फिर क्या था कांग्रेस के गंगापार जिलाध्यक्ष सुरेश यादव ने भी नामांकन कर दिया। इसके बाद तो दोनों दल के कार्यकर्ताओं के सामने ऊहापोह की स्थिति बन गई। हालांकि, कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने उपचुनाव में सपा प्रत्याशी को समर्थन देने की घोषणा करते हुए गंगापार जिलाध्यक्ष सुरेश यादव को पदमुक्त कर दिया, लेकिन उन्होंने अपना नामांकन वापस नहीं लिया।

असमंजस में कांग्रेस कार्यकर्ता

ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की यह समझ में नहीं आ रहा है कि वह इंडी गठबंधन में शामिल सपा प्रत्याशी का समर्थन करें या फिर गंगापार जिलाध्यक्ष रहे सुरेश यादव का। यही वजह है कि सपा के किसी कार्यक्रम में वह नजर नहीं आ रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष मिश्र का कहना है कि हमारे कार्यकर्ता सपा प्रत्याशी को जिताने के लिए जी-जान से जुटे हैं। इंडी गठबंधन को मजबूत करने में समर्पित भाव से योगदान दिया जाएगा।

वहीं, सुरेश का कहना है कि जनता चाहती है कि वह चुनाव लड़ें। इसके लिए नामांकन किया है। अब किसी कीमत पर नामांकन वापस नहीं लेंगे। सुरेश के तेवर से पार्टी में असमंजस की स्थिति है। कांग्रेस के जो कार्यकर्ता अभी तक उनके साथ टहलते थे, कार्रवाई से बचने के लिए उन्होंने दूरी बना ली है।