अयोध्या (आससे.)। रामनगरी की प्रतिष्ठित पीठ श्री वैद्यजी का मंदिर रामपथ मार्ग श्रृंगारहाट से अयोध्या धाम चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा निकली गई। जो देरशाम तक मखौड़ा धाम परशुरामपुर, बस्ती पहुंच चुकी थी। जहां से अगले दिन बुधवार की सुबह पुन: यह अयोध्या धाम चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा प्रारंभ होगी। जो विभिन्न पड़ावों से होते हुए 26 नवंबर को फिर से मखौड़ा धाम पहुंचेगी। वहां से अयोध्या धाम चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा अयोध्या के लिए निकलेगी। 27 नवंबर को पौराणिक रामकोट, हनुमानगढ़ी, कनक भवन की परिक्रमा संग यात्रा का समापन हो जायेगा। परिक्रमा यात्रा में हजारों परिक्रमार्थी शामिल हैं। जो पूरे उत्साह और उमंग में डूबे हुए हैं। यह परिक्रमा यात्रा श्रीचित्रकूट चौरासी कोसी परिक्रमा समिति चित्रकूट धाम सतना, मध्य प्रदेश के संयोजन में प्रतिवर्ष निकाली जाती है। उसी अनुसार इस बार भी गाजे-बाजे और जय श्रीराम उद्घोष संग अयोध्या धाम चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा निकली। जिसे वैद्यजी का मंदिर के वर्तमान पीठाधीश्वर महंत राजेंद्र दास महाराज ने अपना सानिध्य प्रदान किया। सुबह श्री चित्रकूट चौरासी कोसी परिक्रमा समिति अध्यक्ष एवं भगवत आराधना आश्रम के महंत गोविंद दास महाराज के मार्गदर्शन में वैद्यजी का मंदिर में पूजन-अर्चन किया गया। उसके बाद सभी परिक्रमार्थियों ने प्रसाद ग्रहण किया। फिर दोपहर में मखभूमि मखौड़ा धाम बस्ती के लिए परिक्रमा यात्रा निकली, जिसमें जगह-जगह पुष्प वर्षा कर परिक्रमार्थियों का स्वागत किया गया। इस परिक्रमा यात्रा में हजारों परिक्रमार्थी शामिल रहे,जो देरशाम तक मखौड़ा धाम पहुंच चुके थे। जहां से वह अगले दिन 84 कोसी परिक्रमा यात्रा पुन: प्रारंभ करेंगे। इस अवसर पर वैद्यजी का मंदिर के वर्तमान पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि हर वर्ष श्री चित्रकूट चौरासी कोसी परिक्रमा समिति चित्रकूट धाम सतना मध्य प्रदेश के तत्वावधान में यह परिक्रमा निकाली जाती है।
जो इस बार कार्तिक शुक्ल पक्ष पूर्णिमा पर निकाली गई। इस परिक्रमा में हजारों साधु-संत, भक्तजन शामिल हैं। वे सीताराम नाम संकीर्तन व रामधुन करते हुए नंगे पांव परिक्रमा कर रहे हैं।
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