नयी दिल्ली राष्ट्रीय

दिल्ली-एनसीआरमें अल-फलाह समूहसे जुड़े २५ से अधिक ठिकानोंपर ईडी की छापेमारी


लाल किला कार विस्फोटका मामला
नयी दिल्ली (आससे.)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अल-फलाह समूह से जुड़े 25 से ज़्यादा परिसरों की तलाशी ली। यह तलाश अभियान वित्तीय अनियमितताओं, शेल कंपनियों के इस्तेमाल, आवास संस्थाओं और धनशोधन की चल रही जाँच का हिस्सा है। ईडी ने बताया कि वह समूह से जुड़ी नौ शेल कंपनियों की जाँच कर रही है, जो एक ही पते पर पंजीकृत हैं। अल-फलाह ट्रस्ट और संबंधित संस्थाओं की भूमिका की जाँच की जा रही है। इसके अलावा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और राष्?ट्रीय मूल्?यांकन और प्रत्?यायन परिषद (एनएएसी) मान्यता से संबंधित दावों में प्रथम दृष्टया विसंगतियाँ पाई गई हैं। निदेशालय ने बताया कि इन पहलुओं की संबंधित अधिकारियों के साथ जाँच की जा रही है। ईडी की टीमों ने दिल्ली के शाहीन बाग और ओखला के अलावा फरीदाबाद के कई ठिकानों पर आज एक साथ छापे मारे। मिली जानकारी के मुताबिक, घोषित ऑफिस में न कोई स्टाफ था और न ही बिजली और पानी का इस्तेमाल हो रहा था। अलग-अलग कंपनियों में एक ही मोबाइल नंबर और ईमेल का इस्तेमाल हो रहा था। पीएफ का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। जबकि कागजों में बड़ा कारोबार दिखाया गया। कई कंपनियों में एक जैसे डायरेक्टर मिले। बैंक खातों से नाम मात्र का वेतन भुगतान था। एचआर रिकॉर्ड लगभग नदारद था। कंपनियों के गठन की एक जैसी टाइमलाइन और एक जैसी डिटेल मिली हैं। यूनिवर्सिटी के संस्थापक जावेद अहमद सिद्दीकी को भी जांच एजेंसियां दो बार समन भेज चुकी हैं। लेकिन वह अभी तक पेश नहीं हुआ है। जावेद अहमद सिद्दीकी पहले ही वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में जेल जा चुका है। जांच एजेंसियां इस बात का पता लगाने में जुटी हैं कि कैसे एक छोटा सा कॉलेज चलाने वाला सिद्दीकी 750 एकड़ में बनी यूनिवर्सिटी खड़ा कर सका। कैसे उसने 250 करोड़ रुपये भी उसने कैसे जुटा लिए। बता दें कि 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट के सिलसिले में कई डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद अल फलाह विश्वविद्यालय जाँच के दायरे में आ गया है। घटना के बाद इस विश्वविद्यालय की मान्यता कर दी गई है।मालूम हो कि दिल्ली लाल किले में बम धमाका करने वाले डॉ. उमर उन नबी, डॉ. मुजम्मिल शकील, डॉ. शाहीन और डॉ. आदिल अहमद इसी यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए थे। इनके अलावा कई अन्य डॉक्टर भी इसी नेटवर्क का हिस्सा था।
—-
काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर ने जैश-दुख्तरान-ए-मिल्लत में महिलाओं की भर्ती की साजिश का किया भंडाफोड़
जम्मू (आससे.)। काउंटर इंटेलिजेंस कश्मीर ने मंगलवार सुबह-सुबह घाटी में कई जगहों पर, जिसमें श्रीनगर, अनंतनाग और कुलगाम शामिल हैं, एक नई टेरर-रिक्रूटमेंट जांच के सिलसिले में कोऑर्डिनेटेड सर्च शुरू की। आफिशियल सूत्रों ने बताया कि ये छापे एक नए रजिस्टर्ड केस से जुड़े हैं, जिसमें कुछ लोगों पर टेररिज्म को बढ़ावा देने, मिलिटेंट हिंसा को बढ़ा-चढ़ाकर बताने और टेरर रैंक में भर्ती के लिए महिलाओं को रेडिकलाइज करने की कोशिश करने का आरोप है। सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर के शिरीन बाग में सुपर स्पेशियलिटी हास्पिटल के अंदर भी सर्च चल रही है। यह आपरेशन कोर्ट से जारी सर्च वारंट के तहत किया जा रहा है।
——————–