राज्य की सत्ता पर काबिज होने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं और बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए रोजगार मेले आयोजित करने शुरु किए थे. जिसके तहत 1 अप्रैल 2017 से 23 फरवरी 2021 तक कुल 2,791 मेले आयोजित किए. इन मेलों के जरिए 4,13,578 अभ्यर्थियों को तमाम रोजगार मुहैया कराया गया. सेवायोजना विभाग के अफसर राज्य में मेलों के जरिए मुहैया कराए गए रोजगार का यह ब्यौरा देते हुए बताते है कि अब रोजगार, स्वरोजगार, कौशल विकास और अप्रेंटिसशिप के जरिये लोगों को काम दिलाने के लिए बीते साल से मिशन रोजगार अभियान शुरू हुआ है. अब इस अभियान को और तेज किया गया है. इस अभियान के जरिये युवाओं को सरकारी और निजी क्षेत्र में नौकरी दिलाने के लिए योजना बनी है.
सभी विभाग में बन रही हेल्प डेस्क
युवाओं को बेरोजगारी के दंश से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार ने मिशन रोजगार पर खास फोकस किया है. इसके अंतर्गत रोजगार के लिए सभी विभागों में हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है. बेरोजगार युवाओं को सेवायोजन की संभावनाओं व रिक्तियों की जानकारी देने के लिए सेवायोजन निदेशालय की ओर से कॉल सेंटर की स्थापना की जाएगी. इन कॉल सेंटर के माध्यम से नागरिकों व उपभोक्ताओं को उनकी आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षित तकनीशियन की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगीं.सेवामित्र पोर्टल को व्यापक बनाते हुए सेवामित्र कॉरपोरेट के नाम से विकसित किया जाएगा ताकि राज्य में एक लाख से ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरियां मुहैया कराई जा सके. इसके अलावा बड़ी संख्या में निजी क्षेत्र की कंपनियों में युवाओं को रोजगार दिलाया जा सके.
प्राइवेट कंपनियों में रोजगार की भी बन रही रणनीति
निजी क्षेत्र की छोटी-बड़ी किन-किन कंपनियों में युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जा सकता है? जिलावार इसकी सूची सेवायोजन विभाग के अफसर तैयार कर रहे हैं. ऐसी कंपनियों को रोजगार मेलों में बुलाया जाएगा और मेलों में उक्त कंपनियों के प्रतिनिधि रोजगार के इच्छुक युवाओं से वार्ता कर उन्हें रोजगार मुहैया कराएंगे. 24 मार्च को राज्य के सभी 822 ब्लाकों में लगने वाले रोजगार मेले में भी देश और प्रदेश की तमाम कंपनियों के प्रतिनिधि सेवायोजन विभाग में पंजीकृत युवाओं को रोजगार मुहैया कराने का मौका देंगे.
इस रोजगार मेले में वह युवा शिल्पकार और श्रमिक भी शामिल होंगे, जिन्हें कौशल विकास मिशन की ओर से रीक्विजीशन ऑफ प्रायर लर्निंग और शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग के तहत व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण दिया गया है. सेवायोजन विभाग के अफसरों के अनुसार रोजगार मेले में 18 से 40 वर्ष की आयु के युवाओं प्रापर्टी कारोबार से लेकर तमाम छोटी बड़ी कंपनियों में रोजगार पाने का मौका मिलेगा.